Bye-Election in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के तीन विधानसभा क्षेत्र देहरा, नालागढ़ और हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने जा रहा है. तीनों ही सीटों पर निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के बाद उपचुनाव की स्थिति पैदा हुई है. इस्तीफा देने वाले पूर्व में रहे निर्दलीय विधायकों को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपना प्रत्याशी बनाया है.
कांग्रेस ने नालागढ़ और हमीरपुर से उम्मीदवार की घोषणा की है. वहीं देहरा में सूची घोषित होने का इंतजार किया जा रहा है. नालागढ़ से कृष्ण लाल ठाकुर, हमीरपुर से आशीष शर्मा और देहरा से होशियार सिंह बीजेपी के उम्मीदवार हैं. हिमाचल प्रदेश के तीन विधानसभा क्षेत्र में 10 जुलाई को उपचुनाव होना है. इसके नतीजे 13 जुलाई को आएंगे.
देहरा में वोटरों की संख्या
बात अगर देहरा विधानसभा क्षेत्र की करें, तो यह हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा का हिस्सा है. हालांकि लोकसभा चुनाव के लिहाज देखें, तो यह सीट हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के तहत आती है. देहरा विधानसभा क्षेत्र में 43 हजार 124 पुरुष और 41 हजार 818 महिला वोटर हैं. इस तरह यहां वोटरों की कुल संख्या 84 हजार 942 है. 1 जून को हुए लोकसभा चुनाव में यहां 56 हजार 291 लोगों ने वोट डाला. इसमें बीजेपी को 15 हजार 317 की लीड मिली.
लगातार दो बार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीता चुनाव
भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर उपचुनाव लड़ रहे होशियार सिंह साल 2017 और साल 2022 में निर्दलीय विधायक के तौर पर विधानसभा पहुंचने का रिकॉर्ड बना चुके हैं. साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले होशियार सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे. उन्हें उम्मीद थी कि बीजेपी उन्हें टिकट देकर प्रत्याशी बनाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
बीजेपी ने अपना प्रत्याशी पुराने सिपाही रमेश चंद ध्वाला को बनाया. रमेश चंद ध्वाला इससे पहले ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ते रहे, लेकिन हिमाचल बीजेपी संगठन के एक आला नेता के साथ उनकी अनबन के चलते आखिरी वक्त पर उनकी सीट को बदल दिया गया. ध्वाला को ज्वालामुखी छोड़ देहरा में चुनाव लड़ना पड़ा और यहां उनकी हार हुई.
बीजेपी से चुनाव लड़ने की हसरत पुरानी
बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे होशियार सिंह इससे पहले कई बार बीजेपी के नेताओं के खिलाफ खुलेआम मोर्चा खोल चुके हैं. हालांकि राज्यसभा चुनाव के बाद घटित हुए सियासी घटनाक्रम ने होशियार सिंह को एक बार फिर बीजेपी के साथ लाकर खड़ा कर दिया और वह पहली बार किसी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. इसी तरह बात अगर कांग्रेस की करें, तो यहां अब तक कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है.
साल 2022 का विधानसभा चुनाव यहां से डॉ. राजेश शर्मा ने लड़ा था. डॉ राजेश शर्मा हिमाचल कांग्रेस के कोषाध्यक्ष भी हैं और स्वास्थ्य क्षेत्र में समाज सेवा के लिए जाने जाते हैं. इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता रमेश ध्वाला भी एक शर्त के साथ कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने के संकेत दे चुके हैं. ध्वाला चाहते हैं कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार देहरा को जिला बनाने की घोषणा करे. अगर कांग्रेस ऐसा करती है, तो वह कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं.
साल 2022 में देहरा विधानसभा का रिजल्ट
साल 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के रमेश चंद को 16 हजार 730, कांग्रेस के डॉ. राजेश शर्मा को 19 हजार 120 और निर्दलीय प्रत्याशी होशियार सिंह को 22 हजार 997 वोट मिले थे. वहीं, बहुजन समाज पार्टी के हरबंस सिंह को 213, आम आदमी पार्टी के मनीष कुमार को 483 और निर्दलीय प्रत्याशी वरुण कुमार ने 560 वोट हासिल किए थे. इसके अलावा 472 लोगों ने नोटा का बटन भी दबाया था. इस तरह कुल 60 हजार 575 वोट में से 22 हजार 997 वोट लेकर होशियार सिंह ने जीत हासिल की थी.
क्या रहे पिछले विधानसभा चुनाव के परिणाम?
देहरा विधानसभा क्षेत्र में अगर साल 2012 और साल 2017 के विधानसभा चुनाव के परिणाम पर नजर डाली, जाए तो यहां कांग्रेस की स्थिति बेहद खराब हो गई थी. बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल के नजदीकी रहे रविंद्र सिंह रवि ने 15 हजार 293 वोट के बड़े मार्जिन से यहां जीत हासिल की थी.
रविंद्र सिंह रवि को 24 हजार 463 और कांग्रेस के योग राज को सिर्फ 9 हजार 170 वोट ही मिले थे. साल 2017 का विधानसभा चुनाव देहरा से निर्दलीय प्रत्याशी होशियार सिंह जीते. होशियार सिंह को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर 24 हजार 206 वोट, बीजेपी के रविंद्र सिंह रवि को 20 हजार 292 और कांग्रेस की विप्लव ठाकुर को 8 हजार 289 वोट मिले थे. इस तरह होशियार सिंह 3 हजार 914 वोट के मार्जिन से जीत हासिल करने में सफल रहे थे.
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