Manohar Chamba Hatyakand: हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा में हुए जघन्य मनोहर हत्याकांड के बाद से लगातार मनोहर के परिवार को न्याय दिलाने की मांग उठ रही है. जहां एक ओर विपक्ष लगातार मामले में सरकार को बैकफुट पर धकेलने की कोशिश कर रहा है. तो वहीं, अलग-अलग संगठन भी मनोहर को न्याय दिलाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. चंबा के स्थानीय लोग भी लगातार मनोहर को न्याय दिलाने के लिए लामबंद होते हुए नजर आ रहे हैं.


चंबा का पूरा बाजार भी बंद


वीरवार को मनोहर के परिवार को न्याय दिलाने के लिए चंबा का पूरा बाजार बंद रखा गया. इस दौरान बाजार में बिलकुल सन्नाटा पसरा हुआ नजर आया. इसके अलावा चंबा के तीसा, बैरागढ़, खज्जियार, साहो, बनीखेत, भरमौर, चुवाड़ी और सिहुंता में भी बाजार बंद हैं. जिला मुख्यालय में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. संघणी हत्याकांड संघर्ष समिति के आह्वान पर मृतक युवक को न्याय दिलवाने और पीड़ित परिवार को सहायता राशि प्रदान करने के मकसद से सुबह 11 बजे चौगान नंबर- दो से विशाल जन आक्रोश रैली निकाली गई. इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. रैली में करीब पांच हजार के करीब लोग शामिल हुए और मृतक को न्याय दिलवाने के लिए अपनी आवाज उठाई.




धारा- 144 के उल्लंघन का ऐलान


इसके अलावा हिमाचल प्रदेश का देवभूमि क्षत्रिय संगठन भी अध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में मृतक मनोहर के परिवार को न्याय दिलाने के लिए चंबा पहुंचा हुआ है. क्षत्रिय संगठन के लोग बड़ी संख्या में मृतक के परिवार से मिलने के लिए पहुंचे हुए हैं. इलाके में धारा 144 लागू होने की वजह से पुलिस प्रशासन क्षत्रिय संगठन के पदाधिकारियों को आगे जाने नहीं दे रहा है. इस बीच देवभूमि क्षत्रिय संगठन के अध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर और पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव के बीच भी कई देर तक बहस होती रही. देवभूमि क्षत्रिय संगठन ने मृतक मनोहर के परिवार को न्याय दिलाने के लिए विरोध स्वरूप धारा- 144 तोड़ने का ऐलान किया है.




क्या है मामला?


हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा के सलोनी इलाके में 6 जून को मनोहर लाल घर से निकलने के बाद गायब हो गया. काफी देर तक खोजबीन के बाद जब मनोहर नहीं मिला, तो परिवार ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई. बाद में मनोहर की लाश एक बोरी में पत्थरों के नीचे दबी हुई पाई गई. मनोहर की न केवल हत्या की गई थी, बल्कि हत्या के बाद उसके शव के आठ अलग-अलग टुकड़े किए गए थे. पोस्टमार्टम के दौरान मनोहर लाल की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई और इसके बाद इन तस्वीरों ने हर किसी की आत्मा को झकझोर कर रख दिया. जानकारी के मुताबिक, मृतक मनोहर लाल का मुस्लिम समुदाय की एक लड़की के साथ प्रेम संबंध था. यही बात परिवार को रास नहीं आई. परिवार ने लड़की से मनोहर को घर पर बुलाने की बात कही. इसके बाद मनोहर लाल लड़की के बुलाने पर उसके घर पहुंच गया. यहीं मनोहर के साथ पहले मारपीट की गई और मारपीट के दौरान मनोहर की मौत हो गई. इतना ही नहीं, मनोहर के शव को आरा मशीन में अलग-अलग टुकड़ों में काटा गया. इसके बाद से ही लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और मनोहर के परिवार को न्याय दिलाने की मांग उठाई जा रही है.