Himachal News: हिमाचल प्रदेश में नशे की समस्या बनी गंभीर, पाकिस्तान-अफगानिस्तान से आ रहा चिट्टा
Himachal Assembly: हिमाचल प्रदेश में चिट्टा तस्करी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. यह छोटे-से पहाड़ी राज्य के लिए चिंता का विषय है. हिमाचल सरकार इसे लेकर गंभीर कदम उठा रही है.

Himachal Pradesh News: पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh)के लिए चिट्टा तस्करी की समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती चली जा रही है. प्रदेश का युवा नशे की गर्त में फंस रहा है. युवाओं के अपने भविष्य के साथ राज्य का भविष्य भी संकट में जाता हुआ नजर आ रहा है. हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri) ने मानसून सत्र के आखिरी दिन की बैठक के दौरान सदन को बताया कि चिट्टे की समस्या को खत्म करने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है. हिमाचल प्रदेश में एक जनवरी से लेकर 31 अगस्त तक चिट्टा तस्करी के 1 हजार 574 केस दर्ज किया जा चुके हैं. आठ महीने के इस छोटे से अंतराल में ही साढ़े 11 किलो चिट्टा बरामद किया जा चुका है. पिछले साल सरकार ने 7.182 किलोग्राम चिट्टा बरामद किया था.
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सदन को बताया कि हिमाचल प्रदेश की अन्य राज्यों के साथ 360 किलोमीटर की बाउंड्री है. चिंता का विषय यह है कि चिट्टा हिमाचल प्रदेश के जनजातीय इलाकों तक पहुंच रहा है. बीते तीन साल में हिमाचल प्रदेश में 4 हजार 445 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. सरकार चिट्टा तस्करों की संपत्ति को भी जब्त कर रही है. इसके अलावा सरकार ने सख्त निर्देश दिए हैं की चिट्टा तस्करी कर रहे किंगपिन, स्मगलर और चिट्टा बेच रहे आरोपियों को क्लासिफाई किया जाए, ताकि समस्या का जड़ से निदान किया जा सके. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा नशा है, जो एक बार जीभ को लग जाए तो इसकी आदत पड़ जाती है. ऐसे में हिमाचल प्रदेश का युवा बर्बादी की तरफ बढ़ रहा है.
पाकिस्तान-अफगानिस्तान से हो रही चिट्टा सप्लाई
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सत्ता पक्ष के सदस्य राजेश धर्माणी और निर्दलीय विधायक के.एल. ठाकर की ओर से लाई गई चर्चा में पूछे गए सवाल के जवाब में सदन को बताया कि सरकार ने आरोपियों की 14.33 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है. इन मामलों में जो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं, उनमें 2 हजार 136 पुरुष और 79 महिलाएं शामिल हैं. हिमाचल प्रदेश में चिट्टा की तस्करी अफगानिस्तान और पाकिस्तान से हो रही है. ड्रोन की वजह से अफगानिस्तान और पाकिस्तान से हिमाचल प्रदेश के पड़ोसी राज्यों तक चिट्टा पहुंचाया जा रहा है. इसके बाद यह हिमाचल की सीमाओं तक पहुंच रहा है.
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि बजट सत्र में सदन से सर्वसम्मति से पारित हुआ प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है. इस प्रस्ताव में एनडीपीएस एक्ट की धाराओं को सख्त करने का आह्वान किया गया है. मौजूदा वक्त में पांच ग्राम से कम चिट्टा मिलने पर बेल होने का प्रावधान है. पांच ग्राम से ज्यादा होने पर बेल नहीं होती. इसके अलावा प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि हिमाचल चिट्टा तस्करों की संपत्ति को जब्त करने का प्रावधान भी कानून में लाया जाए. उन्होंने कहा कि चिट्टा तस्करों पर काबू पाने के लिए सख्त कानून बेहद जरूरी है और सरकार इस दिशा में प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

