Himachal Pradesh Cryptocurrency Fraud Case: हिमाचल प्रदेश में करोड़ों की क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड की जांच के लिए राज्य सरकार एसआईटी का गठन करेगी. हिमाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri) ने सोमवार को विधानसभा में मानसून सत्र (Assembly Monsoon Session) के आखिरी दिन ऐलान किया. उन्होंने बताया कि उत्तरी रेंज के डीआईजी अभिषेक दुल्लर एसआईटी की अगुवाई करेंगे. सदन में निर्दलीय विधायक होशियार सिंह ने प्रश्नकाल के दौरान क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड का मुद्दा उठाया था. पूछे गए सवाल के जवाब में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने जांच का आश्वासन दिया.
करोड़ों की क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड
विधायक होशियार सिंह के सवाल का जवाब देते हुए उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड देश-विदेश में हो रहे हैं. जल्द पैसा कमाने की इच्छा में लोग धोखाधड़ी करनेवालों के शिकार हो जाते हैं. प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड की आधा दर्जन रिपोर्ट दर्ज हो चुकी हैं. पुलिस को 56 शिकायत मिली हैं. क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है.
सदन में उठाया गया मामला
प्रश्नकाल के दौरान निर्दलीय विधायक होशियार सिंह ने बताया कि हमीरपुर जिला में 200 करोड़, ऊना में 100 करोड़, कांगड़ा जिला में 250 करोड़ और देहरा में करीब 10 करोड़ रुपए का का क्रिप्टो करेंसी स्कैम हुआ. उन्होंने 450 लोगों का डाटा उपलब्ध होने का दावा किया.
एसआईटी गठन का भरोसा
होशियार सिंह ने क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामले की एसआईटी या हाईकोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक संरक्षण के बिना बड़े पैमाने पर फ्रॉड को अंजाम नहीं दिया जा सकता. निर्दलीय विधायक ने स्कैम में शामिल लोगों की संपत्तियों को जब्त करने की भी मांग की. सदन में होशियार सिंह को उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार की ओर से एसआईटी के गठन का आश्वासन दिया.