Himachal News: स्मार्ट सिटी धर्मशाला की सड़कें बनी गलियां, पार्किंग की जगह न होने से स्थानीय लोग जाम से परेशान
हिमाचल प्रदेश के कई पर्यटन स्थलों पर पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. वहीं पर्यटन सीजन न होने पर भी शहर में ट्रैफिक जाम आम बात होती जा रही है.
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Himachal Pradesh News: हिमाचल में पार्किंग की सही जगह न होने से धर्मशाला (Dharamsala) और उसके आसपास के पर्यटन स्थलों के लिए लगातार दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं. पर्यटन सीजन न होने पर भी शहर में ट्रैफिक जाम आम बात होती जा रही है. वहीं रोड किनारे गाड़ी खड़ी करने पर पुलिस कर्मी चालान के जरिए जुर्माना लगाते हैं. लोगों का दावा है कि कहीं भी पार्किंग की जगह न होने से हमें सड़क के किनारे गाड़ी मजबूरी में पार्क करनी पड़ती है.
इन जगहों पर पार्किंग नहीं
ट्रैफिक की समस्या इस कदर बढ़ गई है कि धर्मशाला में आम दिनों में भी वाहनों की भीड़ लगी रहती है. शहर में सड़कों के किनारे लिनियर डेबलपमेंट ट्रैपिक समस्या का प्रमुख कारण है. वहीं धर्मशाला शहर में दो प्रमुख बाजार है स्थानीय सचिवालय के पास कचेहरी बाजार और कोतवाली बाजार दोनों बाजारों में सीमित सार्वजनिक पार्किंग स्थल है. लोगों को अपनी गाड़ी सड़कों के किनारे खड़ी करनी पड़ती है. इससे जाम की स्थिति पैदा हो जाती है और कई बार दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं. कोतवाली बाजार में स्थानीय नगर परिषद सार्वजनिक पार्किंग स्थल बनाने की कोशिश कर रही है, लेकिन काम बहुत धीमा है.
मैक्लॉडगंज में भी पार्किंग की दिक्कत
दैनिक ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक कचेहरी या सिविल लाइंस क्षेत्र में सार्वजनिक पार्किंग स्थल नहीं है. अधिकांश वाहन सड़कों के किनारे या मिनी सचिवालय पार्किंग में पार्क किए जाते हैं जो स्थानीय लोगों के वाहनों से उनके काम के लिए कार्यालयों में आते हैं. वहीं मुख्य पर्यटन केंद्र मैक्लॉडगंज में प्रवेश द्वार पर एकमात्र सार्वजनिक पार्किंग स्थल अधिक शुल्क के लिए विवादों में घिर गया है. कुछ साल पहले दलाई लामा मंदिर के पास एक पार्किंग स्थल की आधारशिला रखी गई थी. हालांकि, काम धीमी गति से चल रहा है. नतीजा यह है कि यहां पर्यटकों को लाने वाले ज्यादातर व्यावसायिक वाहन सड़क किनारे खड़े रहते हैं.
नियमों की अनदेखी
क्षेत्र के एक अन्य प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भागसुनाग में केवल एक पार्किंग स्थल है. जिला और नगर नियोजन प्राधिकारियों द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार क्षेत्र में आने वाले किसी भी व्यावसायिक भवन के बेस मेंट में एक पार्किंग स्थल होना चाहिए. हालांकि, क्षेत्र में होटल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाने वाले लोग नियमों की अनदेखी कर रहे हैं और पार्किंग की कोई जगह विकसित नहीं कर रहे हैं.
डिप्टी कम्शिनर कांगड़ा ने कहा
जिला और नगर नियोजन, नगर परिषद प्राधिकरण अवैध बिल्डिंग के खिलाफ कार्रवाई करने और नई बिल्डिंग का निर्माण करने वालों को नियमानुसार पार्किंग स्थल बनाने के लिए बाध्य करने में विफल रही. धर्मशाला क्षेत्र में कई नए शॉपिंग मॉल बन रहे हैं जिसके लिए बेसमेंट में पार्किंग की जगह अनिवार्य होनी चाहिए वरना शहर में ट्रैफिक की स्थिति और खराब होने वाली है. वहीं सरकार कई नई परियोजनाओं की घोषणा कर रही है. हालांकि धर्मशाला में पार्किंग की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है और प्राथमिकता के आधार पर पार्किंग स्थल नहीं बनाए जा रहे हैं. डिप्टी कम्शिनर कांगड़ा निपुण जिंदल ने कहा कि धर्मशाला एमसी को शहर में चल रही पार्किंग परियोजनाओं पर काम में तेजी लाने के लिए कहा गया है.
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