(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Himachal Diarrhoea Cases: सीएम सुक्खू के इलाके में डायरिया का प्रकोप, तीन दिन में 1200 से अधिक केस
Shimla News: स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार प्रभावित गांवों का दौरा कर रही हैं और मरीजों को दवाइयां बांट रही हैं. वहीं स्थानीय निवासियों को समस्या का समाधान होने तक पानी उबालकर पीने की सलाह दी गई है.
Diarrhoea Cases in Nadaun: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर (Hamirpur) जिले के नादौन उपमंडल ( Nadaun subdivision ) में डायरिया (Diarrhea) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को बताया कि पिछले तीन दिनों में नादौन अनुमंडल के गांवों में डायरिया के मामलों की संख्या 1200 के पार जाने का अनुमान है. विभाग ने बताया कि एकदम सटीक आंकड़े देर शाम तक उपस्थित होंगे. सरकारी डाटा के अनुसार सोमवार रात तक 868 केस सामने आए थे. इनमें से एक मरीज का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
क्या प्रदूषित पानी की वजह से बढ़े केस
जानकारी के लिए बता दें कि नादौन हिमाचल सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का विधानसभा क्षेत्र है. शुरुआत में कहा जा रहा था कि अशुद्ध पानी पीने की वजह से ये मामले बढ़े हैं लेकिन जल शक्ति विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पानी के सैंपलों की प्रारंभिक जांच में पानी में किसी भी तरह की मिलावट के संकेत नहीं मिले हैं. विभाग के अधीक्षण अभियंता नीरज भोगल ने कहा कि कुनाह खड्ड पर सभी योजनाओं के पानी के नमूने प्रतिदिन लिए जाएंगे और चंडीगढ़ की एक प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे. उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ लैब ऐसे परीक्षणों के लिए बेहतर तरीके से सुसज्जित हैं. उन्होंने कहा कि जब तक पानी की गुणवत्ता की जांच नहीं हो जाती, तब तक इसकी सप्लाई नहीं की जाएगी.
इन गांवों में मिले डायरिया के केस
बता दें कि जिन गांवों में डायरिया के केस मिले हैं वहां जल शक्ति विभाग की विभिन्न योजनाओं के तहत आसपास के खड्डों से पानी की सप्लाई की जाती है. बता दें कि 47 गांव के मरीजों ने उल्टी, डायरिया और बुखार होने की शिकायत की थी जो प्रदूषित पानी पीने से होने वाली बीमारियां हैं. जिन गांव के लोग इन बीमारियों से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं उनमें नादौन में बनह, जंडगी गुजरां, जंदाली राजपूतन, पन्याला, पथियालू, नियति, रंगस चौकी हार, थाइन और संकर गांव शामिल हैं.
ग्रामीणों ने लगाया पानी की उचित सफाई न करने का आरोप
वहीं स्थानीय निवासियों ने इन बीमारियों को लेकर जल शक्ति विभाग पर पानी सप्लाई करने से पहले उसका उचित क्लोरीनीकरण न करने का आरोप लगाया है. इससे पहले रंगस पंचायत के मुखिया राजीव कुमार ने आरोप लगाया था कि हर घर में दो से तीन लोग पानी पीने के बाद बीमार हो गए हैं. उन्होंने कहा था कि ऐसा लगता है कि पानी में बैक्टीरिया की उच्च मात्रा ही इन बीमारियों का कारण बन रही है. उन्होंने कहा था कि ऐसा लगता है कि जिन गड्ढों से पानी की सप्लाई की जाती है वह पूरी तरह से साफ नहीं हो रहे हैं.
सीएम के राजनीतिक सलाहकार ने किया प्रभावित इलाकों का दौरा
वहीं मंगलवार को नादौन के प्रभावित गांवों का दौरा करने वाले मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा ने कहा था कि प्रदूषित पानी पीने से लोग बीमार पड़ गए हैं. उन्होंने पानी के स्रोतों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जल्द से जल्द बीमारी पर काबू करने के निर्देश दिये. शर्मा ने कहा कि विभिन्न योजनाओं के तहत नादौन सहित राज्य में की जा रही जलापूर्ति के विभिन्न स्रोतों को स्थाई रूप से साफ करने के प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि लोगों को साफ पानी मिल सके. उन्होंने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही नहीं की जाएगी.
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को दी उबालकर पानी पीने की सलाह
वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार प्रभावित गांवों का दौरा कर रही हैं और मरीजों को दवाइयां बांट रही हैं. वहीं स्थानीय निवासियों को समस्या का समाधान होने तक स्वास्थ्य विभाग ने पानी उबालकर पीने की सलाह दी है.
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