Illicit Liquor In Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में अवैध शराब का कारोबार बदस्तूर जारी है. अवैध शराब के इस कारोबार को रोकने के लिए राज्य कर और आबकारी विभाग लगातार अभियान चला रहा है. इस अभियान के जरिए अधिकारियों ने सैकड़ों लीटर अवैध शराब बरामद कर नष्ट करने का काम भी किया है. हालांकि, अब भी विभाग के सामने अवैध धंधा कर रहे मुख्य सरगनाओं को पकड़ने की बड़ी चुनौती है.
हिमाचल प्रदेश आबकारी विभाग के आयुक्त यूनुस ने बताया कि विभाग अलग-अलग जगहों पर लगातार छापेमारी कर रहा है. आबकारी विभाग की छापेमारी में 340 लीटर अवैध शराब बरामद कर नष्ट की जा चुकी है. इसके अलावा देसी और अंग्रेजी शराब की 87 बोतलें भी कब्जे में ली गई हैं. आबकारी विभाग के आयुक्त यूनुस ने बताया कि अभियान के दौरान सोलन जिला में 18, ऊना में नौ, मंडी में पांच और हमीरपुर में 12 बोतल शराब पकड़ी गई हैं.
गुप्त सूचना के आधार पर दबिश दे रहा विभाग
गौरतलब है कि गुप्त सूचना के आधार पर आबकारी विभाग ने जिला बिलासपुर में दबिश दी थी. इस दौरान छापेमारी के दौरान अवैध तौर पर शराब के रूप में परिवर्तित की जा रही 260 लीटर कच्ची लाहन को कब्जे में लेकर नष्ट किया गया था. आयुक्त ने बताया है कि विभागीय अधिकारियों को अवैध शराब के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. अब तक विभाग ने अलग-अलग 125 ठिकानों पर छापेमारी की है. अवैध शराब के निर्माण एवं व्यापार पर आबकारी विभाग ने कड़ी कार्रवाई करने का मास्टर प्लान भी तैयार कर रखा है.
हर साल 1 हजार 829 करोड़ रुपये की शराब बिक्री
हिमाचल में हर साल 1 हजार 829 करोड़ रुपये की शराब बिकती है. हिमाचल में शराब की सालाना खपत नौ करोड़ बोतलों की हैं. हिमाचल में हर महीने 75 लाख और हर दिन ढाई लाख बोतल शराब बिक्री होती है. करीब 70 लाख की आबादी वाले हिमाचल में शराब पीने वालों की अनुमानित संख्या 15 लाख के आसपास है. शराब पीने का आदी एक इनसान महीने भर में पांच बोतल शराब पीता है.