Illicit liquor in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में अवैध शराब का कारोबार बदस्तूर जारी है. अवैध शराब के इस कारोबार को रोकने के लिए राज्य कर और आबकारी विभाग लगातार अभियान चला रहा है. इस अभियान के जरिए अधिकारियों ने सैकड़ों लीटर अवैध शराब बरामद कर नष्ट करने का काम भी किया है. हालांकि, अब भी विभाग के सामने अवैध धंधा कर रहे मुख्य सरगनाओं को पकड़ने की बड़ी चुनौती है. हिमाचल राज्य कर और आबकारी विभाग ने प्रदेश भर में अवैध शराब के खिलाफ अभियान चला रखा है. इस अभियान के तहत होली (Holi) से पहले बीते कुछ दिनों में 788 लीटर अवैध शराब को बरामद कर नष्ट किया गया.
आबकारी विभाग के आयुक्त यूनुस ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते कुछ दिनों में आबकारी अधिनियम का उल्लंघन करने के खिलाफ 15 मामले दर्ज किए गए. विभाग ने 4 लाख 53 हजार 290 रुपये की 788 लीटर अवैध शराब को बरामद की. सोलन में 75 लीटर, मंडी में 6 लीटर, कांगड़ा में 28 लीटर और शिमला में 504 लीटर अवैध शराब जब्त की गई. वहीं, आबकारी विभाग ने अलग-अलग मामलों में जिला मंडी में 65 लीटर और नूरपुर में 110 लीटर अवैध शराब को नष्ट किया. इससे पहले 12 फरवरी को आबकारी विभाग ने 340 लीटर अवैध शराब को नष्ट किया था.
हर साल 1 हजार 829 करोड़ रुपये की शराब बिक्री
हिमाचल प्रदेश में हर साल एक हजार 829 करोड़ रुपये की शराब बिकती है. हिमाचल प्रदेश में शराब की सालाना खपत नौ करोड़ बोतलों की है. प्रदेश में हर महीने 75 लाख और हर दिन ढाई लाख बोतल शराब बिक्री होती है. करीब 70 लाख की आबादी वाले हिमाचल प्रदेश में शराब पीने वालों की अनुमानित संख्या 15 लाख के आसपास है. शराब पीने का आदी एक इंसान महीने भर में पांच बोतल शराब पीता है.