(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कांग्रेस में चरम पर पहुंची गुटबाजी! CM सुक्खू के कार्यक्रम से विधायक राजिंदर राणा ने बनाई दूरी
Hamirpur News: माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में जगह न मिलने की वजह से राजिंदर राणा नाराज चल रहे हैं. हालांकि उन्होंने निजी काम का हवाला देकर कार्यक्रम में शामिल न हो पाने की बात कही है.
Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) अपने गृह जिला हमीरपुर के दौरे पर हैं. मुख्यमंत्री बनने के बाद वे पहली बार अपने गृह क्षेत्र नादौन पहुंचे हैं. रविवार को घर जाने से पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के स्वागत के लिए आजाद विधायक आशीष शर्मा ने गांधी चौक पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में जिला हमीरपुर के सभी कद्दावर नेताओं ने हिस्सा लिया, लेकिन सुजानपुर से विधायक राजिंदर राणा ने इस कार्यक्रम से दूरी बना ली. इस कार्यक्रम में आजाद प्रत्याशी आशीष शर्मा से चुनाव में हार का मुंह देखने वाले कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा भी मौजूद रहे, लेकिन राणा ने इस कार्यक्रम में आना मुनासिब नहीं समझा. पूरे कार्यक्रम में विधायक राजिंदर राणा (Rajinder Rana) के लिए आरक्षित कुर्सी खाली पड़ी रही.
राणा की कार्यक्रम से दूरी बनी चर्चा का विषय
हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक राजिंदर राणा की कार्यक्रम से दूरी बनाना चर्चा का विषय बना हुआ है. हालांकि राजिंदर राणा निजी कामों का हवाला देकर सभा में न आने की बात कर रहे हैं, लेकिन मामला कुछ और ही नजर आ रहा है. दरअसल, राजिंदर राणा को प्रतिभा सिंह गुट का माना जाता है. विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने खुलकर होली लॉज का भी समर्थन किया था.
मंत्रिमंडल में जगह ना मिलने की वजह से माने जा रहे हैं नाराज
सुजानपुर के विधायक राजिंदर राणा को सुक्खू मंत्रिमंडल में भी जगह नहीं मिली. माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में जगह न मिलने की वजह से राजिंदर राणा नाराज चल रहे हैं. राजिंदर राणा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला से संबंध रखते हैं और साल 2017 में बीजेपी के मुख्यमंत्री चेहरे प्रो. प्रेम कुमार धूमल को चुनाव हराने के बाद चर्चा में आए थे.
अपने ही लोगों के साथ, मुख्यमंत्री को करने हैं दो-दो हाथ!
भले ही कांग्रेस ने 40 सीट पर जीत हासिल कर हिमाचल प्रदेश में सरकार बना ली हो, लेकिन अब भी कांग्रेस में गुटबाजी खुलेआम नजर आ रही है. कभी सार्वजनिक मंच से हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह कौल सिंह के जीतने पर उन्हें मुख्यमंत्री बनने की बात कर देती है. तो कभी विधायक मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से दूरी बना रहे हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के सामने गुटबाजी को पाटने की बहुत बड़ी चुनौती है. उनके सामने अपने ही दल में बैठे प्रतिद्वंद्वियों के साथ दो-दो हाथ करने की भी चुनौती है.
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