G-20: धर्मशाला में दो दिन चलेगी जी-20 की बैठक, रिसर्च एंड इनोवेशन इनीशिएटिव गैदरिंग पर होगी चर्चा
Dharmshala: देशभर में जी-20 की 200 से ज्यादा बैठकों का आयोजन किया जा रहा है. धर्मशाला में होने वाली बैठक से में दुनिया भर के करीब 60 प्रतिनिधियों को हिमाचल की पहचान के बारे में बताया जाएगा.
Himachal Pradesh News: भारत इस साल जी-20 (G-20) देशों की मेजबानी कर रहा है. देश भर में जी-20 की बैठक में का दौर भी जारी है. हिमाचल प्रदेश की पर्यटन राजधानी धर्मशाला (Dharmshala) में जी-20 की बैठक हो रही है. इस सम्मेलन में रिसर्च एंड इनोवेशन इंस्टिट्यूट गेदरिंग विषय के तहत नवीनतम अनुसंधान और नवाचारों पर चर्चा होगी. जी-20 सम्मेलन का आयोजन धर्मशाला के होटल रेडिसन ब्लू में हो रहा है.
जी-20 के सम्मेलन के लिए 20 देशों के प्रतिनिधि धर्मशाला पहुंचे. वहीं 20 देशों के 60 प्रतिनिधियों का गग्गल हवाई अड्डे पर जोरदार स्वागत हुआ. यहां विदेशी मेहमानों ने हिमाचली कलाकारों के साथ नाटी भी डाली. विदेशी मेहमानों की अगवानी हिमाचल पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आर एस बाली ने की. इस दौरान लोकसभा सांसद किशन कपूर, राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी, धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा, सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार और जिला प्रशासन के अधिकारी एयरपोर्ट पर मौजूद रहे. दो दिन तक चलने वाली इस बैठक में रिसर्च एंड इन्नोवेशन इंस्टीट्यूट गैलरी पर चर्चा होनी है.
हिमाचल के प्रतीकों के बारे में जानेंगे प्रतिनिधि
देशभर में जी-20 की 200 से ज्यादा बैठकों का आयोजन किया जा रहा है. धर्मशाला में होने जा रही इस बैठक से में दुनिया भर के करीब 60 प्रतिनिधियों को हिमाचल प्रदेश की पहचान से जुड़े प्रतीकों के बारे में बताया जाएगा. प्रतिनिधियों का स्वागत भी हिमाचल प्रदेश के ही स्थानीय परंपरा के मुताबिक हो रहा है. जी-20 की बैठक हिमाचल प्रदेश में होने से प्रदेश के लोग भी खासे उत्साहित हैं.
क्या है जी-20?
जी-20 को ग्रुप ऑफ ट्वेंटी भी कहा जाता है. यह यूरोपियन यूनियन एवं 19 देशों का एक अनौपचारिक समूह है. जी-20 शिखर सम्मेलन में इसके नेता हर साल जुटते हैं. इसका गठन साल 1999 में हुआ था. इसका पहला सम्मेलन दिसंबर 1999 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ था. शुरुआत में यह वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों का संगठन हुआ करता था. साल 2008 में दुनिया ने भयानक मंदी का सामना किया था. इसके बाद इस संगठन में भी बदलाव हुए और इसे शीर्ष नेताओं के संगठन में तबदील कर दिया गया. इसके बाद यह तय किया गया कि साल में एक बार G-20 राष्ट्रों के नेताओं की बैठक की जाएगी. साल 2008 में अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में इसका आयोजन किया गया.
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