Himachal News: देश भर में बुधवार को  राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती मनाई जा रही है. देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की भी आज 120वीं जयंती है. शिमला में राष्ट्रपिता की जयंती के मौके पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए गए. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने श्रद्धासुमन अर्पित किए.


इस दौरान राज्यपाल ने देश के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के योगदान को याद किया. इस खास मौके पर राज्यपाल ने लाल बहादुर शास्त्री के योगदान को भी याद किया. राज्यपाल से प्रताप शुक्ल ने कहा कि आज देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के दिखाए हुए रास्ते पर ही आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि दोनों महान विभूतियों के मूल्य आज भी प्रासंगिक हैं. 


'महात्मा गांधी के अनुयायी के रूप में शांति का संदेश दे रहे PM मोदी'


हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अनुयायी के तौर पर शांति का संदेश दे रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में भी शांति का ही संदेश दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि युद्ध कोई समाधान नहीं है, बल्कि शांति से ही हर समस्या का हल हो सकता है. उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का संदेश ही पूरे विश्व भर में दे रहे हैं. राज्यपाल ने कहा कि आज रूस-यूक्रेन का युद्ध रोकने के लिए सिर्फ तीन देशों की बात होती है. इनमें ब्राजील, चीन और भारत शामिल हैं. भारत का नाम इसमें इसलिए शामिल है, क्योंकि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने विश्व को भारत से शांति का संदेश दिया था.


महान विभूतियों के अमरत्व को प्रणाम- शुक्ल


राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी देश की गरीबी को ध्यान में रखते हुए एक ही कपड़ा पहनने का संकल्प लिया. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का ध्यान ग्रामीण व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में रहा. इसी तरह पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने राष्ट्र को 'जय जवान, जय किसान' का नारा दिया, जो देश भर में प्रचलित हुआ. उन्होंने कहा कि आज दोनों महान विभूतियों की जयंती के मौके पर लोग सिर्फ उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित नहीं कर रहे, बल्कि उनके अमरत्व को प्रणाम कर रहे हैं.


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