Himachal Pradesh Economy: हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान (Harshwardhan Chauhan) ने बुधवार को विधिवत रूप से अपना पदभार संभाल लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाना बहुत बड़ी चुनौती रहने वाली है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश आर्थिक रूप से कंगाल हो चुका है. प्रदेश के पास रोजाना होने वाले खर्चे करने के लिए भी पैसा उपलब्ध नहीं है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व बीजेपी सरकार ने प्रदेश को आर्थिक रूप से कंगाल कर दिया है.


हिमाचल पर 75 हजार करोड़ का कर्ज


कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि सरकार ने चुनाव में फायदा लेने के लिए आखिरी से महीने में 900 से ज्यादा संस्थान खोल दिए. इससे हिमाचल प्रदेश पर हर साल पांच हजार का बोझ पड़ना था. इसी के मद्देनजर कांग्रेस सरकार ने इन संस्थानों को डिनोटिफाई करने का फैसला लिया. कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि आज हिमाचल प्रदेश पर 75 हजार करोड़ रुपए का कर्ज हो चुका है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास को बढ़ाने और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कांग्रेस सरकार को 3 हजार करोड़ रुपए का लोन लेना पड़ रहा है. इसी लोन से हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों की तनख्वाह चुकाने के साथ विकास के कार्यों को भी किया जाएगा.


पहली कैबिनेट में होगी OPS बहाली


हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बार-बार एक बात कहते हैं कि वह सत्ता में सुख भोगने नहीं बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं. उन्होंने कहा कि आज हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार छोटे-छोटे कदम उठाकर बड़ा बदलाव लाने का काम कर रही है. उन्होंने दावा किया कि हिमाचल प्रदेश सरकार पहले मंत्रिमंडल की बैठक में ही उनकी बहाली कर देगी. उन्होंने कहा कि इसका आर्थिक तौर पर हाल-फिलहाल में देखने के लिए नहीं मिलेगा. आने वाले वक्त में इसका असर देखा जाएगा. हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि उन्होंने जनता से जो वादा किया है उसे पूरा किया जाएगा.


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