Heavy Rainfall in Himachal: हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार देर रात शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने प्रदेश भर में जमकर तबाही मचाई है. हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से नुकसान की खबरें सामने आ रही हैं. प्रदेश की राजधानी शिमला में भारी बारिश की वजह से कई लिंक रोड बाधित हुए हैं. इसके अलावा बिजली सेवाओं पर भी भारी बारिश का असर पड़ा है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 26 जून तक प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान जताया है. भारी बारिश की वजह से शिमला में पेयजल आपूर्ति पर भी असर पड़ा है. शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड के मुताबिक, आने वाले कुछ दिनों तक शिमला में पानी की सप्लाई प्रभावित रहेगी.
भारी बारिश ने जमकर मचाई तबाही
भारी बारिश की वजह से परवाणू-शिमला नेशनल हाईवे पर भी पत्थर गिरने की घटनाएं सामने आई हैं. इसके अलावा जिला सिरमौर के राजगढ़-नाहन रोड पर नेहर बाग के पास पंजाब रोडवेज की बस हवा में लटक गई. भारी बारिश के बाद सतलुज नदी का जलस्तर बढ़ने से बुजुर्ग और 18 बकरियां पानी के तेज बहाव बह गई हैं. डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार ने बताया कि लापता वृद्ध की तलाश के लिए सर्च अभियान जारी है. भारी बारिश की वजह से कालका-शिमला हेरिटेज रेलवे ट्रैक पर भी मलबा आने की वजह से रेल सेवा पर असर पड़ा है.
राजधानी में भी हुआ भारी नुकसान
शिमला के कृष्णानगर में निर्माणाधीन नालों के टूटने की वजह से गाड़ियों और घरों को भी नुकसान हुआ है. इससे पहले भी कृष्णानगर में बारिश के वक्त नाले का बहाव बढ़ने से घरों में पानी घुस गया था. शिमला के रामनगर इलाके में भी गाड़ी पर पत्थर गिरने की वजह से भारी नुकसान हुआ है. जगह-जगह पर मलबा गिरने की वजह से यातायात बाधित है. इस बीच नगर निगम शिमला और लोक निर्माण विभाग रास्तों को दुरुस्त करने में जुटा हुआ है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने लोगों से एतिहात बरतने की अपील की है. आने वाले दो दिन में भी मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है.
कहां हुई कितनी बारिश?
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, मंडी के कटौला में 163.3 मिमी, चंबा के सिंहुता में 160 मिमी, सोलन के कसौली में 145 मिमी और कांगड़ा में 143.5 मिमी बारिश हुई है. शिमला शहर में 99.2 मिमी, मंडी के गोहर में 81 मिमी, पंडोह में 74 मिमी, सुंदरनगर में 70 मिमी और सिरमौर के पच्छाद में 65.2 मिमी बारिश हुई.