Himachal Landslide: किन्नौर से शिमला को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर भारी भूस्खलन, नेशनल हाईवे- 5 पूरी तरह ठप
चंडीगढ़-शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे पर पहाड़ धड़कने से सड़क बंद हो गई है. किन्नौर के निगुलसरी में करीब 150 मीटर सड़क पर पहाड़ दरककर सड़क पर आ गया. घटना बीती रात करीब 11:30 पर हुई.
Landslide in Kinnaur: हिमाचल प्रदेश में परेशानियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं. वीरवार देर रात करीब 11:30 पर शिमला से किन्नौर को जोड़ने वाली सड़क पर पहाड़ दरक गया. पहाड़ दरकने की वजह से करीब डेढ़ सौ मीटर सड़क पर भारी मलबा आ गया है. इसकी वजह से रोड पर आवाजाही ठप हो गई है. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसका वीडियो भी साझा किया है।
निगुलसरी में पेश आई घटना
वीडियो में नजर आ रहा है कि किन्नौर के निगुलसरी में करीब 150 मीटर की सड़क का निशान तक गायब हो गया है. पहाड़ दरकने से इतना भारी मिट्टी-मलबा सड़क पर आया है कि देखकर प्रतीत नहीं हो रहा कि यहां कभी सड़क भी रही होगी. जानकारी के मुताबिक, बुधवार की रात और वीरवार दोपहर भी यहां लैंडस्लाइड हुआ. इसकी वजह से दो गाड़ियां भी इसकी चपेट में आ गई थी. इसके बाद सड़क बहाल करने का दावा किया गया था, लेकिन देर रात एक बार फिर भारी मलबा सड़क पर आ गया. हालांकि राहत की बात यह रही कि इस घटना में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है.
सेब बागवानों की परेशानी बढ़ी
इन दिनों किन्नौर में सेब सीजन चल रहा है. सेब सीजन की वजह से ट्रकों और गाड़ियों की आवाजाही भी ज्यादा है. अब सड़क बंद होने की वजह से बागवानों की परेशानी एक बार फिर बढ़ गई है. बागवानों को अब अपना सेब मंडी तक पहुंचाने के लिए खासी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. सेब बागवानों का कहना है कि ऐसा लगता है कि मानो हिमाचल प्रदेश को किसी की नजर लग गई है. पहले बे मौसम हुई बारिश, फिर ओलावृष्टि और अब लगातार अलग-अलग घटनाओं में बंद हो रही सड़क परेशानी बढ़ा रही है. इन घटनाओं को लेकर स्थानीय लोगों की मानें, तो पहाड़ों को काटकर लगातार बनाए जा रहे पावर प्रोजेक्ट की वजह से लगातार ऐसे हादसे हो रहे हैं. बीते साल भी गर्मियों के मौसम में चट्टाने पहाड़ से टूटती हुई नजर आई और इसमें भी कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी.