Heavy Rainfall in Himachal: हिमाचल प्रदेश में रेड अलर्ट के बीच भारी बारिश का तांडव देखने के लिए मिल रहा है. शिमला समेत आसपास के इलाकों में रात भर बारिश का दौर जारी रहा. रात भर जोरदार बारिश का कर ऐसा रहा कि शिमला के बाशिदों को डर के साए में पूरी रात काटनी पड़ी. बारिश इतनी तेज थी कि हर किसी को अपने परिवार की चिंता ही लगी रही.


यह सड़कें हैं बंद


शिमला में भारी बारिश की वजह से कई जगह भूस्खलन की घटनाएं पेश आई है. इसके अलावा बारिश के चलते भारी भरकम पेड़ भी घरों पर आ गिरे हैं. शिमला में कई सड़के बंद पड़ी हुई है और आम जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हो चुका है. शिमला के कनलोग, टॉलैंड, बालूगंज, समरहिल मैहली-जुनगा, बड़ागांव, राहत होटल, परीमहल, एसडीए कॉम्प्लेक्स और पुलिस लाइन कैथू की सड़क पर पड़ी हुई है. शिमला के नाभा में सरकारी मकान पर भारी भरकम पेड़ गिर आया है. इसकी वजह से मकान की छत पूरी तरह टूट गई है. अब यहीं अन्य पेड़ों को भी असुरक्षा पैदा हो चुकी है. लोग डर के साए में रहने को मजबूर हैं.


गैर जरूरी होने पर न करें यात्रा


मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अगले तीन घंटे तक बिलासपुर, सोलन, शिमला, सिरमौर, ऊना, हमीरपुर, मंडी और कांगड़ा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. इसके अलावा चंबा, कुल्लू, किन्नौर और लाहौल स्पीति में भी बारिश का दौर जारी है. स्थानीय प्रशासन ने लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है. साथ ही गैर जरूरी होने पर यात्रा न करने के लिए कहा गया है.


राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, 12,000 से अधिक घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इस केंद्र के आंकड़ों के अनुसार राज्य को लगभग 8,100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और अब भी नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दावा किया है कि राज्य को 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.


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