(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Hiamchal Pradesh: CM सुक्खू 25 दिसंबर को लौटेंगे शिमला, OPS को लेकर न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी संघ के साथ करेंगे बैठक
Himachal Pradesh News: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा है कि कांग्रेस ने जनता से जो वादे किए हैं, उन्हें हर हाल में पूरा किया जाएगा.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) 25 दिसंबर को शिमला (Shimla) लौटेंगे. कोरोना (Corona) प्रोटोकॉल के तहत 24 दिसंबर तक वे दिल्ली (Delhi) स्थित हिमाचल भवन (Himachal Bhawan) में क्वारंटीन रहेंगे. शिमला लौटने के बाद सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी एसोसिएशन के साथ 28 दिसंबर को एक महत्वपूर्ण बैठक करने जा रहे हैं. इस बैठक में कर्मचारियों के साथ ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) की बहाली को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा होगी.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा है कि सरकार ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली को लेकर प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री शिमला लौटते ही कर्मचारी संघ के साथ बैठक करेंगे. नरेश चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने जनता से जो वादे किए हैं, उन्हें हर हाल में पूरा किया जाएगा. नरेश चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री के स्वस्थ होने के बाद राज्यपाल की उपलब्धता को देखते हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा सत्र का आयोजन किया जाएगा. इस सत्र के बाद ही हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल का विस्तार होगा.
300 से ज्यादा कार्यालय किए जा चुके हैं बंद
नरेश चौहान ने आगे कहा कि यह काम अब तक पूरा हो जाना था, लेकिन मुख्यमंत्री के कोरोना पॉजिटिव होने की वजह से काम चल गया. उन्होंने कहा कि सरकार को बने हुए अभी कुछ ही दिन हुए हैं. ऐसे में जनता को उन्हें अपने वादे पूरे करने के लिए कुछ समय देना होगा. आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पिछली बीजेपी सरकार के समय लिए गए फैसलों को रिव्यू कर रही है. पिछली सरकार की ओर से लिए गए 1 अप्रैल के बाद फैसले रिव्यू किए जा रहे हैं. अब तक अलग-अलग विभागों के 300 से ज्यादा कार्यालय बंद किए जा चुके हैं.
नरेश चौहान ने बीजेपी पर लगाया आरोप
इसे लेकर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि पिछली सरकार ने बिना बजट के ही इन कार्यालयों को नोटिफाई कर दिया. यह नोटिफिकेशन केवल चुनावों में फायदा लेने के लिए की गई थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विपक्ष में रहते हुए भी बार-बार तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को आगाह किया, लेकिन उन्होंने बिना बजट चुनावी फायदे के लिए घोषणाएं कीं. नरेश चौहान ने बीजेपी के बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई के आरोप को भी खारिज किया.
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