All Party Meeting Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश सचिवालय में सर्वदलीय बैठक खत्म हो गयी है. सर्वदलीय बैठक खत्म होने के बाद बीजेपी विधायक रणधीर शर्मा मीडिया से रूबरू हुए. बैठक में उन्होंने सुझाव दिया कि अगर भवन सरकारी जमीन पर बना है, तो उसे जल्द से जल्द सील कर दिया जाना चाहिए.
सरकारी जमीन पर भवन का निर्माण हुआ और बाद में मस्जिद का रूप दिया गया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कानूनी राय लेने के बाद फैसला करने की बात कही. सर्वदलीय बैठक में बाहरी राज्यों से आ रहे लोगों का मुद्दा भी उठा.
रणधीर शर्मा ने कहा कि पुख्ता वेरिफिकेशन के बाद बाहरी लोगों की राज्य में एंट्री को प्रदेश सरकार सुनिश्चित कराए. उन्होंने दो मंत्रियों की बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी पर आपत्ति जताई. बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पुरानी बातों को भूलने की नसीह दी. रणधीर शर्मा ने कहा, "मंत्री मस्जिद निर्माण के लिए बीजेपी शासनकाल में धन आवंटित करने की बात कर रहे हैं, जबकि मंदिर और मस्जिद या किसी भी धार्मिक संस्थान के लिए सरकार पैसा नहीं दे सकती. अगर मंदिर और मस्जिद के पास सराय बनाने के लिए धनराशि दी गई हो, तो यह कोई गलत बात नहीं है. बीजेपी की सरकार मुस्लिम विरोधी नहीं है."
सर्वदलीय बैठक के बाद क्या बोले बीजेपी विधायक?
उन्होंने कहा कि सड़कों पर आंदोलन बीजेपी का नहीं बल्कि जन आंदोलन था. आंदोलन में हर विचारधारा से संबंध रखने वाले लोग शामिल. ध्यान रखे जाने की जरूरत है कि जब मस्जिद में अवैध निर्माण के खिलाफ प्रदर्शन हुआ, तो उसकी शुरुआत कांग्रेस के ही पार्षद ने ही की थी. बता दें कि सर्वदलीय बैठक में बीजेपी की ओर से वरिष्ठ विधायक रणधीर शर्मा ने हिस्सा लिया. उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह को कई अहम सुझाव दिए.
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में संजौली मस्जिद पर चर्चा
हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और शिमला विधायक हरीश जनारथा ने भी सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लिया. सर्वदलीय बैठक में संजौली की मस्जिद विवाद पर गहनता से चर्चा हुई. ऑल पार्टी मीटिंग में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत सिंह ठाकुर, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट) की ओर से पूर्व विधायक राकेश सिंघा और नगर निगम शिमला के पूर्व मेयर संजय चौहान भी पहुंचे थे. सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने की.
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