Sanjauli Masjid Row: शिमला में नहीं दिखा 'हिमाचल बंद' का असर, सुबह से ही खुल गए बाजार
Himachal Band: शिमला में हिमाचल बंद के आह्वान का असर नजर नहीं आया. सुबह से ही शिमला में मालरोड और लोअर बाजार में दुकान खुली रही. जानिए क्या कहते हैं शिमला व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष?
Himachal Band Call: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बंद के आह्वान का असर नजर नहीं आया. देवभूमि संघर्ष समिति और हिंदू संघर्ष समिति की ओर से हिमाचल बंद का आह्वान किया गया था. इसके अलावा विश्व हिंदू परिषद ने भी दुकानदारों से दो घंटे तक अपनी व्यापारियों से अपनी दुकान दो घंटे तक बंद रखने का आग्रह किया था, लेकिन शिमला में उसका असर नहीं दिखाई दिया. शिमला में सुबह से ही बाजार खुल गए थे. यहां आम जनजीवन सामान्य तौर पर चल रहा है. आम लोगों ने भी रोजाना की तरह बाजारों से खरीदारी की.
शिमला के सभी बाजार खुले रहेंगे- अग्रवाल
शिमला व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष राज अग्रवाल ने कहा कि शिमला व्यापार मंडल के तहत आने वाले सभी व्यापारियों ने अपनी दुकान सुबह से ही खोल दी थी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्हें किसी भी संगठन की ओर से कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई थी. न ही उनके साथ किसी नेता की बात हुई. '
ऐसे में सभी दुकानदारों ने अपनी दुकान खोलने का फैसला लिया था. उन्होंने कहा कि वह पहले ही 11 सितंबर को ही पुलिस कार्रवाई के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करवा चुके हैं. उन्होंने विरोध मार्च भी निकाला था और शिमला के पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग उठाई थी. राज अग्रवाल ने कहा कि वह शिमला व्यापार मंडल 11 सितंबर को हुई पुलिस कार्रवाई की कड़ी निंदा करता है.
क्यों बुलाया गया था बंद?
11 सितंबर को शिमला शहर के संजौली इलाके में बड़ा आंदोलन हुआ. यह आंदोलन मस्जिद में हुए अवैध निर्माण और बाहरी राज्यों से आ रहे लोगों की सही वेरिफिकेशन के की मांग को लेकर हुआ. संजौली में 11 सितंबर को शिमला प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा-163 भी लागू की थी. इसके मुताबिक यहां पांच या पांच से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी थी. बावजूद इसके बड़ी संख्या में यहां लोग एकत्रित हुए और प्रदर्शन किया.
इसी प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज किया और वॉटर कैनन का भी इस्तेमाल किया. कई प्रदर्शनकारी इसमें घायल हुए. इसके अलावा कई प्रदर्शनकारियों की ओर से भी पुलिस पर पथराव किया गया और पथराव के साथ धक्का-मुक्की में छह पुलिसकर्मी घायल हुए. 11 सितंबर को हुई पुलिस कार्रवाई के विरोध में हिंदू संगठनों ने हिमाचल बंद का आह्वान किया था, जिसका राज्य भर में मिला-जुला असर देखने के लिए मिला.
इसे भी पढ़ें: Hindi Diwas: 'हिंदी होनी चाहिए राष्ट्रभाषा', मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने की पैरवी, बोले- 'विदेश दौरे पर पीएम मोदी...'