Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश में केंद्रीय जांच एजेंसियों ने कुछ कारोबारियों पर कार्रवाई की है. इन कारोबारियों के तार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से जुड़े होने की बात कही जा रही है. देहरा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह ने इसे लेकर बड़ा दावा किया है. होशियार सिंह ने कहा कि जल्द ही जांच एजेंसियों का शिकंजा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर भी कसने वाला है.

 

होशियार सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार भ्रष्टाचारियों की सरकार है. मुख्यमंत्री के जितने भी मित्र हैं, वो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. जिस माइनिंग माफिया घनश्याम पर ईडी ने रेड डाली है, वो सीएम सुक्खू की गाड़ियों में घूमते थे. होशियार सिंह ने दावा किया कि उनके पास इसकी वीडियो भी है. ईडी की रेड में कई किलो सोना और करोड़ों रुपए मिले हैं.





होशियर सिंह के CM सुक्खू पर गंभीर आरोप

 

होशियार सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के भी ज्यादा दिन नहीं हैं. जल्दी जांच एजेंसियों का शिकंजा उन पर भी कसेगा. होशियार सिंह ने कहा कि चुनाव लड़ते वक्त मुख्यमंत्री ने जो एफिडेविट दायर किया था, वो भी गलत है. उसमें मुख्यमंत्री ने गैर मुमकिन दरिया को अपने परिवार की संपत्ति बताई है, जबकि नियमों के मुताबिक ऐसा नहीं हो सकता.

 

उन्होंने कहा कि इस दरिया से रोजाना खनन कर रोजाना 150 से 200 टिप्पर निकल जाते हैं. होशियार सिंह ने दावा किया कि इस दरिया से अब तक 200 करोड़ रुपए की माइनिंग की जा चुकी है. मुख्यमंत्री ने चुनाव लड़ते वक्त जो गलत एफिडेविट दिया है, उसे भी होशियार सिंह ने चुनौती दी है.

 

कांग्रेस सरकार ने जनता को डराया-धमकाया - होशियार सिंह 

 

भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह ने कहा कि ये उपचुनाव बेहद दिलचस्प था. यहां कांग्रेस ने सत्ता का जमकर दुरुपयोग किया. होशियार सिंह ने दावा किया कि यहां कांग्रेस के साथ सिर्फ प्रशासन था, लेकिन जनता होशियार सिंह के साथ ही समर्थन देती रही. उन्होंने कहा कि इससे पिछले दो चुनाव में भी देहरा की जनता ने उनका समर्थन किया है.

 

होशियार सिंह ने कहा कि ये हिमाचल प्रदेश की जनता है, जो डरती और झुकती नहीं है. हिमाचल की जनता निरंतर आगे बढ़ना जानती हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह कांग्रेस ने लोगों को डराने-धमकाने की कोशिश की, उससे भाजपा को चुनाव में फायदा मिला. होशियार सिंह ने कहा कि एक तरफ पूरी सरकार उनके खिलाफ थी और दूसरी तरफ भी वो अकेले खड़े थे.