Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में 10 जुलाई को होने वाले उपचुनाव से पहले कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच वार-पलटवार का सिलसिला लगातार जारी है. जहां एक तरफ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बीजेपी के नौ विधायकों की सदस्यता को खतरे में बता रहे हैं. वहीं, बीजेपी भी सरकार में मुख्य संसदीय सचिवों को असंवैधानिक बताने के साथ उनकी विधानसभा सदस्यता जाने की बात कह रही है. हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जल्द ही छह विधायकों की सदस्यता जाने वाले हैं और सुक्खू सरकार को इसका पहले से ही आभास है.
हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का वह बयान अलोकतांत्रिक है, जिसमें उन्होंने बीजेपी के नौ विधायकों की सदस्यता जाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि यह बयान हिमाचल प्रदेश को अराजकता और अस्थिरता की ओर बढ़ने वाला है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकतंत्र को हाईजैक करने का षड्यंत्र कर रही है.
CPS की नियुक्ति असंवैधानिक- राजीव बिंदल
हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी के नए विधायकों की सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी. इससे दो प्रश्न पैदा होते हैं. सुक्खू सरकार ने गैर कानूनी तौर पर छह मुख्य संसदीय सचिव नियुक्त किए और वह उन सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं, जिनकी वह हकदार ही नहीं है. उनके सदस्यता आज नहीं तो कल जानी ही है.
राजीव बिंदल ने कहा कि अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार को आभास हो चुका है कि उनके छह विधायकों के सदस्यता जाने वाली है. ऐसे में वह गैर कानूनी तरीके से बीजेपी के नौ विधायकों की सदस्यता को लेकर षड्यंत्र का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह सब करके राज्य में एक ऐसी स्थिति पैदा करने की कोशिश की जा रही है, जिससे अस्थिरता पैदा हो जाएगी.