Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 27 अगस्त से शुरू होने जा रहा है. इस मानसून सत्र में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार की परेशानी बढ़ाने वाली है. विपक्ष ने सरकार को घेरने की रणनीति तैयार करना शुरू कर दी है. सरकार को घेरने की योजना बनाने के लिए हिमाचल बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई.
शिमला में शाम सात बजे शुरू हुई. इस बैठक की अध्यक्षता नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने की. बैठक में हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल विशेष तौर पर मौजूद रहे. बैठक में पहली बार शामिल हुए विधायक सुधीर शर्मा, इंद्रदत्त लखनपाल और आशीष शर्मा का भी स्वागत किया गया.
सुक्खू सरकार को बताया जन विरोधी सरकार
हिमाचल बीजेपी विधायक दल ने सबसे पहले राज्य में आई आपदा में जान गवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और दो मिनट का मौन रखा. इसके बाद हिमाचल प्रदेश की सभी चार लोकसभा सीट पर जीत हासिल करने के लिए जनता का आभार व्यक्त किया गया. भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार जनविरोधी सरकार है.
राज्य सरकार एक के बाद एक जनविरोधी निर्णय ले रही है. ऐसे में आने वाले मानसून सत्र में भारतीय जनता पार्टी के विधायक सरकार को घेरने का काम करेंगे और जनविरोधी निर्णय को लेकर सरकार से जरूरी व गंभीर सवाल पूछे जाएंगे.
एक के बाद एक जनविरोधी निर्णय ले रही सरकार- बीजेपी
भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू एक के बाद एक जनविरोधी निर्णय ले रहे हैं. बात चाहे डीजल पर वैट बढ़ाने की हो या फिर 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली की योजना में बदलाव करने की, हर जगह आम आदमी पर बोझ डाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि हाल ही में हिम केयर योजना का लाभ प्राइवेट अस्पतालों से बंद कर दिया गया.
इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में मुफ्त पानी की योजना में भी सरकार ने बदलाव किया है. राज्य सरकार अपनों को फायदा पहुंचाने के लिए तो खूब काम कर रही है, लेकिन जनहित की बारी आने पर सरकार के खजाने पर बोझ पड़ने लगता है. उन्होंने कहा कि इन सभी मुद्दों को लेकर भाजपा विधायक सरकार को करेंगे.
बीजेपी विधायक सुधीर शर्मा पर खास नजरें
कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले सुधीर शर्मा पर मानसून सत्र में विशेष नजरें रहने वाली हैं. सुधीर शर्मा तत्कालीन वीरभद्र सरकार में शहरी विकास मंत्री रहे. उनके पिता पंडित संत राम भी हिमाचल कांग्रेस के अध्यक्ष और कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. सुधीर शर्मा कांग्रेस पार्टी का भी एक बड़ा नाम रहे और वह भाजपा में शामिल हुए हैं.
बीते बजट सत्र तक सत्तापक्ष कांग्रेस का विधायक रहते हुए भी वह लगातार सत्ता को घेरने वाले सवाल पूछने के लिए सुर्खियों में रहे. चूंकि अब सुधीर शर्मा विपक्ष में आ गए हैं. ऐसे में सवाल पूछने की स्वतंत्रता और ज्यादा बढ़ गई है. अब जानकारों की नजरें सुधीर शर्मा के तीखे सवालों पर रहने वाली है.
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