Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश में 3 सितंबर हो जाने के बावजूद कर्मचारियों को वेतन और रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन नहीं मिली है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इसे आर्थिक अनुशासन बता रहे हैं. इस बीच विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है.


मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार पर बीजेपी विधायक सुधीर शर्मा ने निशाना साधा है. तत्कालीन वीरभद्र सरकार में शहरी विकास मंत्री रहे सुधीर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को यह बताना चाहिए कि आखिर वह कैसे राज्य की आर्थिक स्थिति को ठीक करेंगे. इन दिनों हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है. इसी सत्र में उन्हें श्वेत पत्र जारी करना चाहिए.


सुक्खू सरकार से उम्मीद रखने का लाभ नहीं- सुधीर शर्मा 


बीजेपी विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब राज्य में सरकारी कर्मचारियों को वेतन और रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन नहीं मिल रही है. इससे साफ पता चलता है कि राज्य में आर्थिक संकट आ गया है. उन्होंने कहा कि वे पहले भी यह कह चुके हैं कि राज्य में लोगों को अब अपने बारे में खुद सोच लेना चाहिए. राज्य सरकार से उम्मीद रखकर कोई फायदा नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले बड़ी-बड़ी गारंटी दी थी, लेकिन अब कोई वादा पूरा नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है.


'चुनाव में नुकसान के डर से बदल रहे बात'


विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह बार-बार कहते हैं कि साल 2032 तक हिमाचल प्रदेश पूरे देश का नंबर वन राज्य बनेगा. ऐसे उन्हें यह बताना चाहिए कि ऐसा वह कैसे करेंगे. उन्होंने कहा कि जब से कांग्रेस सत्ता में आई है, तब से लगातार आर्थिक संकट का रोना रो रही है.


अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का रहे हैं कि राज्य के आर्थिक हालात बिलकुल ठीक हैं, क्योंकि दो राज्यों जम्मू कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव का प्रचार जोरों पर है. आने वाले वक्त में दो अन्य राज्यों झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में इसका नुकसान कांग्रेस को चुनाव में न हो, इसलिए मुख्यमंत्री अब राज्य की आर्थिक स्थिति को ठीक बता रहे हैं. वास्तव में राज्य की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है. सुधीर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार से आज राज्य का हर वर्ग बुरी तरह परेशान है.


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