Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू साल 2027 तक राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की बात कर रहे हैं. साथ ही साल 2032 तक हिमाचल को देश का नंबर वन राज्य बनाने का भी दावा किया जा रहा है. इस बीच में वे कई कड़े फैसले भी ले रहे हैं, जिसका सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ता हुआ नजर आ रहा है.


हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा है. बिंदल ने कहा कि सरकार अजब-गजब कम कर रही है. चुनाव के वक्त तो सरकार के पास खूब धन होता है, लेकिन चुनाव खत्म होते ही सरकार आर्थिक तंगी का रोना शुरू कर देती है.


बिंदल का कांग्रेस सरकार पर निशाना 


हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि जब से कांग्रेस सत्ता में आई है, तब से लेकर अब तक आम जनता पर बोझ डालने का ही काम हो रहा है. उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद पहले तो तुरंत करीब 1 हजार 100 सरकार संस्थान बंद किए गए.


इसके बाद डीजल पर सात रुपये वैट बढ़ाया गया और डेढ़ साल में ही राज्य सरकार ने आम जनता से ढाई हजार करोड़ रुपए वसूल कर लिए. इसके बाद रिवेन्यू स्टैंप के दामों में भी बढ़ोतरी की गई और बिजली पर सेस भी 19 फ़ीसदी तक बढ़ाया गया. इससे राज्य से उद्योगों का पलायन हुआ. राज्य में आम जनता भी परेशान हो रही है. 


'सुक्खू सरकार में विकास ठप, कर्ज लेकर भी खजाना खाली' 


डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि हर वर्ग पर सरकार बोझ डालने का काम कर रही है. हाल ही में सरकारी डिपो पर खाद्य तेल पर 13 रुपए प्रति लीटर तक दाम की बढ़ोतरी की गई. इससे पहले तिमाही में दाल के दाम भी बढ़ाए गए थे. उन्होंने कहा कि कैबिनेट की बैठक में ग्रामीण इलाकों से मुफ्त पानी की सुविधा को भी कांग्रेस सरकार ने छीन लिया है. उन्होंने कहा कि अब सरकार प्रति नल वसूलने जा रही है. इससे आम जनता पर बोझ पड़ रहा है.


सरकार के इस फैसले से ग्रामीण इलाकों में रहने वाले की गरीब और किसान परेशान होंगे. बिंदल ने कहा कि इस सरकार में विकास बंद पड़ा है और टैक्स वसूलने का काम तेजी से चल रहा है. सुक्खू सरकार अब तक 30 हजार करोड़ रुपये का लोन ले चुकी है और प्रदेश में खजाना खाली हो रहा है.


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