Shimla Vending Zone: नगर निगम शिमला अवैध कब्जाधारियों पर शिकंजा करने जा रही है. नगर निगम शिमला ने बाजारों में वेंडिंग जोन पर ब्लू लाइन से मार्किंग करने का काम शुरू कर दिया है. पहले चरण में सीटीओ चौक से लोअर बाजार के मध्य हिस्से तक ब्लू लाइन से मार्किंग की जा रही है. पहले चरण में 51 दुकानों की मार्किंग का काम पूरा हुआ है.
आने वाले दिनों में पूरे बाजार में मार्किंग का यह काम पूरा होगा. ब्लू लाइन से मार्किंग के बाद सिर्फ चिह्नित स्थानों पर ही वेंडर अपना सामान बेच सकेंगे. अवैध कब्जाधारियों पर नगर निगम शिमला कार्रवाई अमल में लाएगा.
संजौली का विवादित इलाका होगा नॉन वेंडिंग जोन
नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान कहा कि शहर में ब्लू लाइन से मार्किंग का काम शुरू हो गया है. जल्द ही सब जगह मार्किंग का काम पूरा कर लिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि हाल ही में नगर निगम शिमला ने इसे लेकर एक विशेष हाउस बुलाया था. इस हाउस में वेंडिंग पॉलिसी पर ही चर्चा हुई थी. विशेष हाउस से पहले वेंडिंग जोन में बैठ रहे तहबाजारियों के चुनाव भी करवाए गए और इन्हें भी बैठक में शामिल किया गया.
चौहान ने कहा कि स्ट्रीट वेंडर्स को लेकर पहले से ही नगर निगम शिमला काम कर रहा है. इस काम को तेजी से पूरा करने के भी निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने संजौली को नॉन वेंडिंग जोन घोषित करने की भी बात कही है.
शिमला में अब 5x3 का स्थान मार्क किया
नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष की ओर से भी वेंडिंग पॉलिसी बनाने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. यह कमेटी उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान की अध्यक्षता में काम कर रही है.
इससे इतर नगर निगम शिमला ने भी ब्लू लाइन से मार्किंग का काम किया है. उन्होंने बताया कि शिमला में 1 हजार 067 स्ट्रीट वेंडर पंजीकृत थे, लेकिन जब नगर निगम की स्टेट ब्रांच ने ग्राउंड पर जाकर देखा तो वास्तव में 531 वेंडर ही पाए गए हैं. शिमला में अब 5x3 का स्थान मार्क किया जा रहा है, जिसमें वेंडर अपना सामान बेच सकेंगे.
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