हिमाचल में 2.66 लाख से ज्यादा BPL परिवार, चार साल में इतनी बढ़ी संख्या, बजट सत्र में सामने आई जानकारी
Himachal Pradesh Budget Session: हिमाचल प्रदेश में बीपीएल परिवारों की संख्या 2,66,304 है. बीते चार साल में 7 हजार 452 नए परिवार बीपीएल की श्रेणी में शामिल हो गए.
Himachal BPL Families News: हिमाचल प्रदेश में चार साल में 7 हजार 452 नए परिवार गरीबी रेखा से नीचे आ गए. साल 2020-21 में यह संख्या 2 लाख 58 हजार 852 थी. अब 15 जनवरी, 2024 तक यह संख्या बढ़कर 2 लाख 66 हजार 304 पर जा पहुंची है. हिमाचल प्रदेश में भी गरीबों की रेखा से नीचे बीपीएल परिवारों के चयन के लिए केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के मापदंडों का ध्यान रखा जाता है. प्रदेश सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों के मुताबिक इसके लिए क्राइटेरिया भी रखा गया है.
ऐसे परिवार जिनके पास दो हेक्टेयर से ज्यादा असिंचित भूमि या एक हेक्टेयर से ज्यादा भूमि है, उन्हें बीपीएल की सूची में शामिल नहीं किया जाता. इसके अलावा बड़े आकार का पक्का घर होना, आयकर जमा करना, घर पर कार, मोटर, जीप, ट्रैक्टर, ट्रक या बस होना, परिवार में वेतन, पेंशन, मजदूरी या व्यवसाय से नियमित 2 हजार 500 से अधिक की कमाई होना.
किन परिवारों को बीपीएल सूची में नहीं मिलती जगह?
परिवार से किसी भी सदस्य के सरकारी नौकरी या गैर सरकारी नौकरी में नियमित तौर पर या अनुबंध तौर पर कार्यरत होने वाले परिवार को बीपीएल की सूची में शामिल नहीं किया जा सकता. यह जानकारी हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की ओर से दी गई है इस संदर्भ में विपक्ष के सदस्य डॉक्टर जनक राज ने राज्य सरकार से सवाल किया था.
बीते चार साल के बीपीएल परिवारों के आंकड़े
2020-21--- 2,58,852
2021-22--- 2,66,326
2022-23---- 2,65,588
2023-24--- 2,66,304 (15 जनवरी तक)
प्रति व्यक्ति आय 2 लाख 35 हजार 199 अनुमानित
इससे पहले 16 फरवरी को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की ओर से पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण में बताया गया था कि हिमाचल प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय 2 लाख 35 हजार 199 अनुमानित है. हिमाचल प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय साल 2023-24 के लिए अनुमानित राष्ट्रीय व्यक्ति आय से 49 हजार 345 रुपए ज्यादा है. आर्थिक सर्वेक्षण में यह रिपोर्ट भी सामने आई थी कि हिमाचल में बहुआयामी गरीबी दर 2013-14 में 10.14 फीसदी से घटकर 2022-23 में 3.88 फीसदी हो गई है. इस अवधि के दौरान लगभग 4.67 लोग गरीबी रेखा से उभरे हैं. हिमाचल प्रदेश पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग की ओर से 2.66 लाख से ज्यादा परिवारों की मासिक आय 2 हजार 500 रुपए से कम बताना भी हैरान कर देने वाला विषय है.
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