(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Himachal: हिमाचल में तीन साल में जन्मजात विसंगतियों के साथ पैदा हुए 1890 बच्चे, विधानसभा में मिले जवाब से खुलासा
Himachal Budget Session: हिमाचल के भरमौर से विधायक डॉ. जनक राज ने राज्य सरकार से सवाल पूछा था कि बीते तीन सालों में प्रदेश में जन्मजात विसंगतियों के साथ पैदा हुए बच्चों की संख्या कितनी है?
Himachal Pradesh News: इन दिनों हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र (Budget Session) चल रहा है. सत्र में पक्ष और विपक्ष के सदस्य जनहित से जुड़े कई अहम सवाल सदन में पूछ रहे हैं. न्यूरोसर्जन से विधायक बने डॉ. जनक राज (Janak Raj) ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा में मानसिक रोग से जुड़ा अहम सवाल पूछा. प्रश्न संख्या- 1348 के जवाब में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं.
भरमौर से विधायक डॉ. जनक राज ने हिमाचल प्रदेश सरकार से सवाल पूछा था कि बीते तीन सालों में प्रदेश में जन्मजात विसंगतियों के साथ पैदा हुए बच्चों की संख्या कितनी है? साथ ही विधायक ने सरकार से यह भी पूछा था कि इस अवधि में कितने बेसहारा मानसिक रोगियों को पुलिस विभाग की ओर से मानसिक चिकित्सा संस्थानों में भर्ती करवाया गया है?
हिमाचल प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री की ओर से मिले जवाब में बताया गया कि बीते तीन साल में 15 जनवरी, 2024 तक प्रदेश में 1 हजार 890 बच्चे जन्मजात विसंगतियों के साथ पैदा हुए हैं. इसके अलावा कुल 60 मानसिक रोगियों को पुलिस विभाग ने मानसिक चिकित्सा संस्थानों में भर्ती करवाया है.
किस जिले में कितने विसंगति वाले बच्चों का जन्म?
हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से मिले जवाब में बताया गया है कि बिलासपुर में 157, चंबा में 139, हमीरपुर में 165, कांगड़ा में 400, कुल्लू में 80, लाहौल स्पीति में 5, मंडी में 144, शिमला में 364 सिरमौर में 116, सोलन में 98 और ऊना में 192 बच्चे जन्मजात विसंगतियों के साथ पैदा हुए. इन बच्चों जन्मजात विसंगतियों से के साथ पैदा होने वाले इन बच्चों की कुल संख्या 1 हजार 890 है. बता दें कि, हिमाचल प्रदेश का ये बजट सत्र 14 फरवरी से शुरू हुआ है और 29 फरवरी तक चलेगा.