Himachal News: बीते दिनों हुई बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश में सड़कों को भारी नुकसान हुआ है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बंद पड़ी सड़कों को बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. इस बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सड़कों को बहाल करने के लिए 23 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सड़कों को बहाल करने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. सरकार प्रदेश की जनता को राहत पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है.


यशवंत नगर-छैला मार्ग के लिए पांच करोड़ रुपए की राशि
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बैठक के बाद मीडिया के साथ बातचीत के दौरान बताया कि यशवंत नगर-छैला मार्ग को दुरुस्त करने के लिए पांच करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है. इसके अलावा ठियोग, खड़ापत्थर, चौपाल, हाटकोटी, कुमारसैन, कुल्लू-मनाली, निरमंड और बंजार क्षेत्र के लिए भी एक-एक करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत कर दी गई है. मुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह को सारे काम की मॉनिटरिंग करने की जिम्मेदारी भी सौंपी है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात का समय मांगा है. अब तक हिमाचल प्रदेश को कोई अंतरिम राहत नहीं मिली है. प्रदेश सरकार इस अंतरिम राहत का इंतजार कर रही है. वह इस मुलाकात के दौरान अपनी बात प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के समक्ष रखेंगे.


अब तक 5657.37 करोड़ रुपए का नुकसान
हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों हुई बारिश की वजह से भारी तबाही का मंजर देखने को मिला. प्रदेश भर के कई इलाकों में अभी बारिश का दौर जारी है. हिमाचल प्रदेश सरकार को अब तक 5657.37 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताय कि, प्रदेश का नुकसान आठ हजार करोड़ के पार पहुंचने का अनुमान है. भारी बारिश की वजह से आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से अब भी 323 सड़कें बंद पड़ी हुई हैं. इसके अलावा नेशनल हाईवे- 505 भी लोसर तक बाधित पड़ा हुआ है. जिला चंबा में 23 कांगड़ा में 6, किन्नौर में 13, कुल्लू में 89, लाहौल स्पीति में 1 नेशनल हाईवे, मंडी में 54 सड़कें, शिमला में 119, सिरमौर में 14 सोलन में चार और ऊना में एक सड़क बाधित है. इसके अलावा प्रदेश भर में 397 स्थानों पर बिजली सेवा बाधित हुई है. इसमें सबसे ज्यादा जिला कुल्लू में 277 और शिमला में 116 बिजली आपूर्ति ठप है. प्रदेश भर में 78 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं. इनमें सबसे ज्यादा पेयजल योजनाएं जिला शिमला में 72 योजनाएं प्रभावित हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अधिकारियों को जल्द से जल्द व्यवस्था दुरुस्त करने के सख्त निर्देश जारी किए हैं.


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