Himachal Pradesh Politics: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के गठबंधन वाले महाविकास अघाड़ी को महायुति ने बड़ा झटका दिया है. महाविकास अघाड़ी की हार के बाद अब एक बार फिर ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए जाने लगे हैं. यह सवाल विपक्ष की ओर से खड़े किए जा रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी ईवीएम की विश्वासनीयता पर सवाल खड़े किए. शिमला में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ईवीएम की जगह बैलट पेपर पर चुनाव करवाने की मांग को दोहराया. इस मामले पर हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के विचार अपने ही मुख्यमंत्री से कुछ अलग है.
CM सुक्खू से अलग लाइन पर प्रतिभा सिंह
हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का इस मामले पर अलग विचार रखे हैं. प्रतिभा सिंह ने शिमला में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान कहा, "एआईसीसी की बैठक में भी यह बात उठी थी. हमारे नेताओं ने भी ईवीएम पर शंका होने की बात कही थी, लेकिन मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ किया जा सकता है. यह काम भारत सरकार और चुनाव आयोग का है. यह उन्हें ही देखना है. हम चाहें बैलट पेपर से चुनाव हो, तो यह हमारे चाहने से नहीं हो सकता. चुनाव आयोग के पास कोई ठोस शिकायत आएगी, तब वह इसके बारे में विचार करेगा. यह कहना कि ईवीएम हटाकर बेलट पेपर से चुनाव हो, तो यह कोई छोटा मुद्दा नहीं है".
दो साल के कार्यक्रम के बारे में भी ज्यादा जानकारी नहीं- प्रतिभा सिंह
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर बिलासपुर में होने जा रहे आयोजन को लेकर भी प्रतिभा सिंह से सवाल किया गया. इस पर भी प्रतिभा सिंह ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई ज्यादा जानकारी नहीं है. वह अब तक बैठकर इस बारे में कोई ज्यादा बातचीत नहीं कर सकी है.
इससे पहले भी एक साल के कार्यक्रम में प्रतिभा सिंह ने कहा था कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है. हाल ही में उनके बेटे और सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी इस तरह के किसी कार्यक्रम की जानकारी से इनकार किया है.
CM सुक्खू ने क्या कहा था?
सोमवार सुबह ही शिमला में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ईवीएम की जगह बैलट पेपर पर चुनाव करवाने की मांग को दोहराया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि खुद टेक्नोलॉजी के ज्ञाता एलन मस्क भी कह चुके हैं कि टेक्नोलॉजी को हैक किया जा सकता है. ऐसे में लोगों के शक को दूर करने के लिए बैलट पेपर पर चुनाव करवाए जाने चाहिए.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के बयान से हटकर प्रतिभा सिंह के इस बयान ने सुर्खियां बटोरना शुरू कर दी है. गौर हो कि इससे पहले जब साल 2022 में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव हुए थे, तो उससे पहले मई, 2022 में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बतौर कांग्रेस कैंपेन कमेटी चेयरमैन बैलट पेपर पर चुनाव करवाने के लिए कहा था.
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