CM Sukhu Donation for Himachal: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आपदा से उबर रहे हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए मिसाल पेश की है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने तीनों निजी खाते से 51 लाख रुपए की राशि मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष- 2023 में दान कर दी. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर के साथ मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना को यह चेक दिया. हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू चौथी बार के विधायक हैं और पहली बार मुख्यमंत्री बने हैं. विधायक रहते हुए सीएम सुक्खू साधारण ऑल्टो कार में सफर करते रहे और मुख्यमंत्री बनने के बाद भी विधानसभा सत्र के ऑल्टो कार में पहुंचे थे.
CM सुक्खू ने दान किए 51 लाख रुपए
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि आपदा के इस वक्त जब छोटे बच्चे भी अपनी गुल्लक तोड़कर आपदा राहत कोष में दान दे रहे हैं. तो ऐसे में उन्होंने भी सोचा कि वे भी हिमाचल प्रदेश में आपदा से उबर रहे प्रदेश की मदद करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उन्होंने अपने तीनों खाते देखने के बाद यह राशि मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में दान कर दी. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व जयराम सरकार के दौरान भी उन्होंने कोरोना काल में अपने में अपना वेतन कोविड रिलीफ फंड दान कर दिया था. इस दौरान उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल, कृषि मंत्री चंद्र कुमार, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू केंद्र सरकार से लगातार हिमाचल में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो सका है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि केंद्र सरकार हिमाचल की मदद करेगी.
हिमाचल को 8679.94 करोड़ रुपए का नुकसान
24 जून से लेकर अब तक 92 दिनों में हिमाचल को 8679.94 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. प्रदेश में अब तक 430 लोग अपनी जान गवा चुके हैं, जबकि अलग-अलग घटनाओं में 429 लोगों लोग घायल भी हुए. प्रदेश में 24 जून से लेकर अब तक 165 भूस्खलन और 72 फ्लैश फ्लड की घटनाएं रिकॉर्ड की जा चुकी हैं. हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को झेलना पड़ा है. लोक निर्माण विभाग को 2941.54 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ. जल शक्ति विभाग को 2119.10 करोड़ रुपए, बिजली विभाग को 1740.16 करोड़ रुपए, बागवानी विभाग को 173.30 करोड़ रुपए, शहरी विकास विभाग को 88.82 करोड़ रुपए, कृषि विभाग को 357.52 करोड़ रुपए, ग्रामीण विकास विभाग को 369.53 करोड़ रुपए, शिक्षा विभाग को 118.90 करोड़ रुपए, मत्स्य उत्पादन विभाग को 13.91 करोड़ रुपए, स्वास्थ्य विभाग को 44.01 करोड़ रुपये, जबकि अन्य विभागों को कल 125.39 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.