Himachal Lok Sabha Elections 2024: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार में जुटे हैं. मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के बंगाणा और चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के अंब में लोकसभा उम्मीदवार सतपाल रायजादा और कुटलैहड़ सीट से विधानसभा उम्मीदवार विवेक शर्मा के लिए वोट मांगे.


रात को कहा- भाई जी! सब ठीक हो गया, लेकिन...
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देवेंद्र कुमार भुट्टो को जमकर आड़े हाथ लिया. मुख्यमंत्री ने जनसभा में भुट्टो की क्रॉस वोट करने से पहले कहानी भी सुनाई. मुख्यमंत्री ने कहा ''भुट्टो जब भी मेरे पास आता था, पीएमजीएसवाई के टेंडर की बात करता था. हमेशा यह कहता कि सड़कों के पैसे दे दीजिए, यह टेंडर अपने साथियों को दिलाने हैं. उसे पैसे का लालच इतना था कि अपनी विधायकी बेच दी. कपटी का कभी अंदाजा नहीं होता. भुट्टो कपटी था, इसलिए बिक गया. राज्यसभा चुनाव से पिछली रात कह रहा था कि भाई जी! सब ठीक हो गया है. मुझे क्या पता था पहले ही बिक चुका है. राज्यसभा उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी से भी भुट्टो ने कहा था कि चुनाव जीतने पर सड़कों के लिए पैसे दे देना, मेरी जेसीबी है काम मिल जाएगा''.


हम ढूंढ रहे रहे हैं बाकी पैसे- CM सुक्खू 


मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, ''बिके हुए विधायक देवेंद्र भुट्टो पिछली रात भाजपा से मिले. सामान का एक छोटा अटैची कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के अंदर लाए हैं. वे उसकी तलाश में हैं. अभी तो 55 लाख बड़सर में पकड़े गए हैं. अब आगे और भी पकड़ेंगे. अगर भुट्टो पैसे बांटें तो डबल लेना, वह आपका ही पैसा है. भुट्टो को हराने के लिए एकजुट होकर वोट डालें. भुट्टो ने कुटलैहड़ क्षेत्र की सारे खड्डों को खाली कर दिया. यह खनन माफिया है, इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.''


CM का जनता से बीजेपी को सबक सिखाने का आग्रह


मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जो नोट के दम सत्ता हथियाना चाहते हैं, उन्हें सबक सिखाने का सही समय 1 जून है. आजाद विधायक भाजपा के सामान से भरे अटैची को देखकर अपनी विधायकी की बोली लगा रहे हैं. यह चुनाव सरकार का नहीं, जनता का है, इससे भविष्य की राजनीति की दशा और दिशा तय होगी.


भाजपा कार्यकर्ता भी पार्टी विचारधारा से ऊपर उठकर वोट करें. बिके हुए विधायक का झोला उठाकर न चलें. मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान ने विवेक शर्मा की ईमानदारी देखकर कुटलैहड़ सीट खाली करवाई है. इन्हें बीते चुनाव में टिकट मिलनी थी, लेकिन किसी कारणवश नहीं मिली.


यह भी पढ़ें: 'भारतीय सेना में हिमाचल के लिए अलग हो रेजिमेंट', विक्रमादित्य सिंह ने सालों पुरानी मांग को फिर उठाया