Himachal News: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने आधिकारिक सरकारी आवास पर ड्रोन के जरिए जासूसी के आरोप लगाए. इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन में स्पष्टीकरण दिया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जासूसी हिमाचल प्रदेश पुलिस की ओर से नहीं की जा रही है.


इस दौरान शुरुआत में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नेता प्रतिपक्ष पर तंज भी किया. उन्होंने कहा कि वह जांच करवाएंगे कि कहीं जासूसी ईडी और सीबीआई की ओर से तो नहीं करवाई जा रही है. इस पर विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया.


'कहीं ED-CBI तो नहीं कर रही जयराम ठाकुर की जासूसी?'


हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने मामले को शांत करवाने की कोशिश की. इसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वह केंद्रीय एजेंसियों से भी इस बात को पूछ लेंगे कि कहीं ईडी और सीबीआई तो यह जासूसी नहीं करवा रही. वे इसके लिए दोनों केंद्रीय एजेंसी को पत्र भी लिखेंगे. मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष से कहा कि वे सनसनी फैलाने की कोशिश न करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों से बात की है और हिमाचल प्रदेश पुलिस किसी भी विधायक की जासूसी नहीं करवा रही है. न ही किसी विधायक के फोन टैप किए जा रहे हैं.


हिमाचल पुलिस के अधिकारी पर LOP के सीधे आरोप


इसके बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि ऐसा एक बार नहीं, बल्कि दर्जनों बार हो चुका है. जयराम ठाकुर ने कहा कि एक अधिकारी के कहने पर आप आंखें बंद किए हुए हैं. दिनभर में ड्रोन चार-चार बार चक्कर काटता है. यह और कोई नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश पुलिस ही करवा रही है. उन्होंने कहा कि विपक्ष के विधायकों को भी हिमाचल प्रदेश पुलिस की ओर से परेशान किया जा रहा है. 


मामले की जांच का आश्वासन


इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को आपा नहीं खोना चाहिए. उन्होंने कहा कि ड्रोन से निगरानी में हिमाचल प्रदेश पुलिस का कोई भी अधिकारी सम्मिलित नहीं है. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की सुरक्षा को लेकर सरकार चिंतित हैं. कौन यहां ड्रोन से निगरानी करवा रहा है, इसकी जांच की जाएगी.


उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष बार-बार यह कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री के तौर पर भी सदन में झूठ बोल रहे हैं. अगर ऐसा हो, तो वह मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रिविलेज मोशन ला सकते हैं. उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई को पत्र लिखकर पूछेंगे कि कहीं वे तो कोई जांच निगरानी नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह मामला गंभीर है और सरकार इस पर गंभीरता से जांच करवाएगी.


क्या है पूरा मामला?


हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र जारी है. शुक्रवार को उस वक्त विधानसभा में पर चढ़ गया, जब नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने अपने घर पर ड्रोन से जासूसी के आरोप लगाए. जयराम ठाकुर ने प्रश्न काल शुरू होने से पहले प्वाइंट आफ ऑर्डर लाया. जयराम ठाकुर ने कहा कि शिमला के रामचंद्र चौक पर उनका जो आधिकारिक आवास है, वहां ड्रोन घूमता रहता है. चारों तरफ ड्रोन घूम कर सर्विलांस कर रहा है और उन पर नजर रखी जा रही है.


यह सरासर निजिता का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि आज सुबह भाजपा विधानसभा के लिए आ रहे थे, तब भी 9:30 पर उनके घर पर ड्रोन देखा गया. जयराम ठाकुर ने कहा कि पहले तो उन्हें यह सब कुछ सामान्य लगा, लेकिन इसके बाद उन्होंने देखा कि यह ड्रोन उनके दरवाजों और खिड़की तक आ रहा है.


जयराम ठाकुर ने बताया कि उनके सरकारी आवास के नजदीकी शिमला के पुलिस अधीक्षक का भी सरकारी आवास है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह ड्रोन एसपी के सरकारी आवास से ही उड़ाया जा रहा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि फोन तो पहले से ही टैप किया जा रहे हैं, लेकिन अब ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही है या गलत परंपरा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सियासी उथल-पुथल के वक्त भी उनके घर की तरफ आने वाली गाड़ियों की तस्वीर खींची जाती थी और पूरी नजर रखी जा रही थी.


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