'केंद्र की भेदभाव वाली राजनीति ने हिमाचल को बनाया शिकार', CM सुक्खू ने उठाया स्पेशल असिस्टेंस का मुद्दा
Himachal Politics: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश से उसका अधिकार छीना जा रहा है. केंद्र सरकार की भेदभावपूर्ण राजनीति ने हिमाचल की जनता को एक बार फिर शिकार बनाया है.
Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने की वजह से केंद्र की बीजेपी सरकार हिमाचल के साथ भेदभाव कर रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश से उसका अधिकार छीना जा रहा है. हिमाचल प्रदेश में जब आपदा आई, तो राज्य सरकार ने नियमों के मुताबिक PDNA का 10 हजार करोड़ रुपए मांगा. इसके साथ ही लंबे वक्त से एनपीए का नौ हजार करोड़ रुपए भी मांगा जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह हिमाचल प्रदेश सरकार का हक है, जो हिमाचल को नहीं मिल रहा है.
हिमाचल को बनाया शिकार- CM सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, "केंद्र सरकार की भेदभावपूर्ण राजनीति ने हिमाचल की जनता को एक बार फिर शिकार बनाया है. 'स्पेशल असिस्टेंट टू स्टेट्स फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट स्कीम' के तहत 3 हजार 296 करोड़ रुपये की राशि 23 राज्यों को दी गई, लेकिन हिमाचल को इस महत्वपूर्ण सहायता से वंचित रखा गया है. यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश के विकास की यात्रा को अवरुद्ध करने की कोशिश कर रही है. बीजेपी की कथनी और करनी में गहरा अंतर है.
केंद्र सरकार का यह भेदभावपूर्ण रवैया अब पूरी तरह से उजागर हो चुका है. यहां के भाजपा सांसद लिस्ट जारी करके खुशी मना रहे हैं, जैसे उन्होंने कोई बड़ी जंग जीत ली हो. मुझे आश्चर्य होता है कि क्या वे सच में हिमाचल की जनता के प्रतिनिधि हैं भी या नहीं. जब आपदा का संकट हमारे दरवाजे पर था, तब भी केंद्र सरकार चुप्पी साधे थी. विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हमने कड़ी मेहनत और समर्पण से पर्यटन क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुआ है. संघीय ढांचे में हिमाचल के साथ दुर्भावनापूर्ण व्यवहार गलत है, जिसके लिए सम्मानित जनता कभी माफ नहीं करेगी".
दो साल का कार्यकाल व्यवस्था परिवर्तन वाला- CM सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि 11 दिसंबर 2024 को हिमाचल में कांग्रेस सरकार दो साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही है. उन्होंने कहा कि इस दौरान एक कार्यक्रम में आयोजित किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कोई जश्न नहीं है, बल्कि एक कार्यक्रम है. जश्न शब्द का इस्तेमाल तो सिर्फ राजनीतिक दृष्टि से ही किया जाता है. उन्होंने कहा कि बीते दो साल का वक्त हिमाचल प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन का वक्त रहा है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने हर क्षेत्र में बदलाव करने का काम किया है और विपक्ष अपनी रचनात्मक भूमिका निभाने में असफल रहा. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि आने वाले वक्त में भी वे हिमाचल प्रदेश के हितों में का हित के लिए काम करते रहेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि साल 2027 तक हिमाचल प्रदेश आत्मनिर्भर बनेगा और साल 2032 तक वह हिमाचल तक को देशभर का नंबर वन राज्य बनाएंगे.