CM Sukhvinder Singh Sukhu In Attari Wagah Border: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने सोमवार को अटारी-वाघा बॉर्डर बॉर्डर (Attari Wagah Border) पर बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी देखी. अटारी बॉर्डर पर हर दिन भारतीय सीमा सुरक्षा बल की ओर से बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन किया जाता है. इस सेरेमनी के दौरान देश के लोगों का जोश एक अलग ही स्तर पर देखने के लिए मिलता है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देश के कोन-कोने से आए लोगों के साथ इस सेरेमनी का आनंद उठाया और देश के जवानों का हौसला बढ़ाया. उन्होंने बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी में हिस्सा लेने वाले जवानों को मिठाइयां बांटी और उनके शौर्य और समर्पण की सराहना की.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अटारी-वाघा बॉर्डर में जीरो पॉइंट पर भी गए. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय सेना और अर्ध सैनिक बलों ने आवश्यकता पड़ने पर हर बार अपने प्राणों की आहुति देकर देश की अखंडता और संप्रभुता को अक्षुण रखा है. उन्होंने कहा कि अपने सैनिकों पर हम सभी को गर्व है. आईजी जालंधर रेंज बीएसएफ और हिमाचल काडर के आईपीएस अधिकारी डॉ. अतुल फुलझेले ने इस मौके पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उन्हें पौधा भी भेंट किया. इस दौरान दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर विनय कुमार सक्सेना और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान भी मौजूद थे.
हिमाचल का देश की सुरक्षा में बड़ा योगदान
पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश भले ही क्षेत्रफल और जनसंख्या में छोटा राज्य हो, लेकिन बावजूद इसके छोटे से पहाड़ी राज्य से बड़ी संख्या में सैनिक देश की सेवा करते हैं. बात चाहे शौर्य के लिए मिलने वाले सर्वोच्च सम्मान की हो या फिर देश के लिए बलिदान देने की. हिमाचल प्रदेश से संबंध रखने वाले सैनिक हमेशा ही आगे रहते हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी देश की सेवा के लिए दिन-रात एक करने वाले सभी सैनिकों का आभार भी व्यक्त किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह देश के सभी सैनिकों के आभारी हैं. देश की सीमा पर वीर सैनिक दिन-रात हमारी सुरक्षा के लिए खड़े रहते हैं. देश-प्रदेश का विकास तभी आगे बढ़ता है, जब सैनिकों की वजह से हमारी सीमाएं सुरक्षित रहती हैं.