Himachal Politics: हिमाचल प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. जैसे ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) एक परेशानी को समझ पाते हैं. तब तक दूसरी परेशानी उनका दरवाजा खटखटा देती है. गुरुवार को राज्य सचिवालय में सुक्खू मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सदस्य चौधरी चंद्र कुमार (Chander Kumar) ने कहा कि वक्त बहुत बलवान होता है. आखिर किसने यह सोचा था कि सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे? चौधरी चंद्र कुमार ने यह बयान मीडिया के साथ बातचीत के दौरान दिया.


'कांग्रेस 40 सीटों पर चुनाव कैसे जीतती?'


दरअसल, कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार से हाल ही में विधायक राजिंदर राणा और विधायक एवं पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा की सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी को लेकर सवाल पूछा गया. इस पर जवाब देते हुए चौधरी चंद्र ने कहा कि सरकार और संगठन में समन्वय है. यदि संगठन साथ न होता, तो कांग्रेस 40 सीटों पर चुनाव कैसे जीतती? उन्होंने कहा कि संगठन के साथ तालमेल है, तभी सरकार बनी. उन्होंने कहा कि सभी विधायकों ने सहमति के साथ सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया. कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने कई नेताओं को महत्वाकांक्षी करार दिया.



'किसने सोचा था सुक्खू बनेंगे मुख्यमंत्री?'


चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि इन नेताओं के बाप-दादा के साथ भी उन्होंने काम किया है. सुधीर शर्मा की टिप्पणी में जो-जो श्लोक सुधीर ने लिखे थे, उसका वर्णन करते हुए चौधरी चंद्र कुमार ने बताया कि वक्त बहुत बलवान होता है, इनसान नहीं. जिस बलवान अर्जुन ने अपने बाण के दम पर महाभारत जीत ली थी, उस अर्जुन के सामने जब हीर गोपियों को अगवा कर ले गए तो अर्जुन कुछ नहीं कर सका. इसी दौरान चौधरी चंद्र कुमार ने करने कहा कि वक्त बहुत बलवान होता है. किसने सोचा था कि सुखविंदर सिंह कभी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे?


बेटे नीरज भारती की टिप्पणी भी सुर्खियों में


वहीं, देर शाम चौधरी चंद्र कुमार के बेटे एवं पूर्व शिक्षा के मुख्य संसदीय सचिव नीरज भारती की भी सोशल मीडिया पर एक टिप्पणी आई. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि विपक्ष का समय ही सुखी था. इससे पहले भी उन्होंने 31 मई को व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार पर सवाल खड़े किए थे. दोपहर के वक्त चौधरी चंद्र कुमार और देर शाम बेटे नीरज भारती की टिप्पणी हिमाचल प्रदेश की राजनीति में गर्माहट लाने वाली है. गौरतलब है कि जिला कांगड़ा की कुल 15 सीट में से 10 पर कांग्रेस को जीत मिली है. यहां सिर्फ एक ही मंत्री पद मिल सका है. इसी जिला से सुधीर शर्मा, यादविंदर गोमा और संजय रतन मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं. राजिंदर राणा जिला हमीरपुर से मंत्रिमंडल में शामिल होने के उम्मीदवार हैं. देखना दिलचस्प होगा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आखिर कब मंत्रिमंडल विस्तार करेंगे और कैसे अपने मंत्रिमंडल में संतुलन लायेंगे?