Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने शिमला में तीन साल बाद आयोजित प्रदेश के सभी जिला उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के सम्मेलन की अध्यक्षता की. सीएम सुक्खू ने राज्य सरकार की विभिन्न फ्लैगशिप परियोजनाओं की समीक्षा कर इन्हें लागू करने में तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना, ई-चार्जिंग स्टेशन और राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूलों सहित अन्य प्रमुख योजनाओं की प्रगति की जानकारी भी ली.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को अवैध खनन रोकने के लिए ड्रोन से निगरानी करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा कानून-व्यवस्था को सृदृढ़ करने के लिए अलग-अलग स्थानों पर नाइट विजन सीसीटीवी कैमरे लगाने पर भी बल दिया. सीएम ने सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस, राज्य कर एवं आबकारी और वन विभाग के कर्मचारियों की एकीकृत चौकियां स्थापित करने के निर्देश दिए.
10 साल में देश का सबसे समृद्ध राज्य बनने की बात दोहराई
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वे सत्ता सुख के लिए नहीं बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं. पिछले 10 महीने के कार्यकाल में इस दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल में आत्मनिर्भर राज्य बनने की पूरी क्षमता है. राज्य सरकार हिमाचल के हक की लड़ाई लड़ रही है और प्रदेश के हितों को लगातार केंद्र सरकार के सामने उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले चार साल में हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर और अगले 10 साल में देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाएंगे.
अगले बजट के लिए भी तैयारियां शुरू
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार ने दूसरे बजट की तैयारी शुरू कर दी है. इसमें बजट में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे. इसके साथ ही राज्य सरकार पुलिस विभाग में और सुधार लाने की दिशा में भी आगे बढ़ी है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हरित उद्योगों को बढ़ावा दे रही है और इसके लिए आधारभूत ढांचा भी तैयार किया जा रहा है. पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.
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