HP Assembly Election 2022: हिमाचल में 14वीं विधानसभा के लिए 12 नवंबर यानी कल मतदान होगा. इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. इस बार कबायली क्षेत्रों में बर्फबारी के बीच मतदान होगा. चुनावों में इस बार कुल 412 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. इनमें 24 महिला जबकि 388 पुरूष उम्मीदवार हैं. प्रदेश के कुल 55,92,828 मतदाता इन प्रत्याशियों में अपने प्रतिनिधि का चुनाव करेंगे जिसके लिए निर्वाचन विभाग ने प्रदेश में कुल 7881 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं. कुल मतदाताओं में 28,54,945 पुरूष, 27,37,845 महिला तथा 38 थर्ड जेंडर मतदाता हैं.
ये पार्टियां चुनाव मैदान में
इस बार के चुनावों में 18-19 वर्ष की आयुवर्ग के 1,93,106 नए मतदाता जोड़े गए हैं. 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 1,21,409 वरिष्ठ मतदाता हैं. जबकि 56,501 दिव्यांग मतदाता हैं. विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस प्रदेश की सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि आम आदमी पार्टी ने 67 सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं. बहुजन समाजवादी पार्टी के 53, राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी के 29, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के 11, हिमाचल जन क्रांति पार्टी के 6, हिन्दू समाज पार्टी और स्वाभिमान पार्टी के 3-3, हिमाचल जनता पार्टी, भारतीय वीर दल, सैनिक समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकनीति पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का 1-1 उम्मीदवार चुनाव मैदान में प्रत्याशी है.
निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या 99
वहीं निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या 99 है. मण्डी जिला के जोगिन्द्रनगर विधानसभा क्षेत्र से सबसे अधिक 11 प्रत्याशी, जबकि न्यूनतम प्रत्याशियों की श्रेणी में जिला चम्बा का चुराह विधानसभा क्षेत्र, लाहौल-स्पीति और मण्डी जिला का द्रंग विधानसभा क्षेत्र शामिल है. जहां मात्र तीन-तीन प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. सबसे कम आयु के पीयूष कांगा (26) बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी हैं. जबकि गगरेट विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के चैतन्य (28), नाचन विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी प्रत्याशी जबना (29), भरमौर विधानसभा क्षेत्र से हिमाचल जन क्रांति पार्टी की पूजा (29) नूरपुर विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी की मनीषा (30) प्रत्याशी हैं.
पोलिंग पार्टी को करनी पड़ रही कड़ी मशक्कत
करसोग विधानसभा क्षेत्र से सी.पी.आई (एम) के किशोरी लाल (31), शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के विक्रमादित्य सिंह (33) और करसोग विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी दीप राज (34) युवा प्रत्याशी हैं. वहीं उम्रदराज प्रत्याशियों में सोलन विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के डॉ. धनी राम शांडिल (82), ज्वाली विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी चन्द्र कुमार (78), पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी गंगू राम मुसाफिर (77), द्रंग विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के कौल सिंह ठाकुर (76), भरमौर विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस के ठाकुर सिंह भरमौरी (75), बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के किशोरी लाल (75) चुनाव मैदान में हैं. हिमाचल के दुर्गम इलाकों में पोलिंग पार्टी को पहुंचने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है.
कई जगह मतदाताओं को 10 से 14 किमी पैदल चलना पड़ेगा
बंजार विधानसभा क्षेत्र के दुर्गम मतदान केंद्रों शाक्टी, मझाण और कुल्लू के रशोल पोलिंग बूथ तक पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी. रशोल के लिए पोलिंग पार्टी ने आठ किलोमीटर की चढ़ाई पार की. जबकि शाक्टी और मझाण तक पहुंचने के लिए 20 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा. जिला चंबा के सबसे ऊंचाई वाले मतदान केंद्र चस्क भटोरी तक पोलिंग पार्टी को एक फीट बर्फ के ऊपर 14 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचना पड़ा. बुधवार रात को यहां भारी हिमपात हुआ था. जिले के पांगी, चुराह क्षेत्र के बर्फबारी के चलते पोलिंग पार्टियों समेत मतदाताओं को 10 से 14 किमी पैदल चलकर मतदान केंद्रों तक पहुंचना पड़ा.
राज्यों की सीमाओं पर चौकसी
विधानसभा चुनाव के लिए लाहौल-स्पीति जिले में विश्व में सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित टशीगंग मतदान केंद्र में पोलिंग पार्टी गुरुवार को पहुंच गई. यह मतदान केंद्र समुद्रतल से 15,256 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. इसके अलावा जिले के अन्य मतदान केंद्रों के लिए भी भारी बर्फ के बीच पोलिंग पार्टियां चुनाव सामग्री के साथ गुरुवार को रवाना हुई. जिले के 40 फीसदी मतदान केंद्र चुनाव के दिन भी बर्फ से लदे रहेंगे. बर्फबारी के चलते जिले में 29 सड़के बंद हैं. हिमाचल चुनाव विभाग के निर्देशों के बाद पुलिस मुख्यालय तैयारियों में जुट गया है. इसके साथ ही हिमाचल के साथ लगती अन्य राज्यों की सीमाओं पर चौकसी रखने के लिए हिमाचल पुलिस के अलावा केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों को तैनात किया गया है.
हिमाचल पुलिस के 35,000 जवान तैनात
पोलिंग पार्टियां भी मतदान केंद्रों के लिए रवाना होंगी. ऊंचाई वाले मतदान केंद्रों में बर्फबारी की स्थिति में पोलिंग पार्टियां और चुनाव सामग्री चॉपर से भेजी जाएंगी. प्रचार थमने के बाद पड़ोसी राज्यों के साथ लगती हिमाचल की सीमाएं सील कर दी जाएंगी. जिला मुख्यालयों और शहरों से सटे क्षेत्रों में केंद्रीय सुरक्षा बल और हिमाचल पुलिस के 35,000 जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे. हिमाचल चुनाव विभाग के अनुसार, इस बार के चुनाव के मद्देनजर हर पोलिंग स्टेशन में एक सीआरपीएफ, दो होमगार्ड, तीन से चार पुलिस के जवान तैनात रहेंगे. हिमाचल में शराब, नकदी और अन्य नशीले पदार्थ न लाए जा सकें. इसके चलते पुलिस ने सीमा क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी है. हर पोलिंग पार्टी के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान रहेंगे.
NDRF और SDRF तैनात
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के निर्देशानुसार विधानसभा चुनावों के लिए राज्य आपदा प्रबंधन योजना तैयार की गई है जिसके तहत राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एन.डी.आर.एफ. और एस.डी.आर.एफ. के 50 कर्मियों को लाहौल-स्पीति और चम्बा जिले के जनजातीय क्षेत्रों में तैनात किया है. यह तैनाती किसी अप्रिय घटना और प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए की गई है. जिला मुख्यालय चम्बा और पांगी में एन.डी.आर.एफ. और एस.डी.आर.एफ. के दस-दस कर्मी जबकि एन.डी.आर.एफ. के दस-दस कर्मी जिला मुख्यालय लाहौल-स्पीति, काजा और उदयपुर में तैनात किए गए हैं.
एन.डी.आर.एफ. की 14वीं बटालियन मुख्यालय जसूर (नूरपुर) के 748 कर्मी क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र (आरआरसी) नालागढ़ के 93 कर्मी, आरआरसी मंडी से 103 कर्मी और आरआरसी रामपुर के 91 कर्मियों को आपदा प्रबंधन योजना के तहत उनके सम्बन्धित क्षेत्रों में तैनात किया जा सकता है. एस.डी.आर.एफ. के मुख्यालय शिमला से तीन कर्मी, जुनगा से 31 कर्मी, पंडोह से 57 कर्मी और सकोह (कांगड़ा) से 70 कर्मियों को उनके सम्बन्धित क्षेत्रों में तैनात किया जा सकता है.