Himachal Floods: लोगों के घरों में खत्म हुआ राशन, IAF को एयरड्रॉप करना पड़ा जरूरी सामान
हिमाचल में बीते दिनों हुई बारिश की वजह से हालात बेहद गंभीर हैं. प्रदेश के दूरदर्शी लाखों की सड़क बंद पड़ी हुई हैं. ऐसे में लोगों के सामने राशन की समस्या पैदा हो गई है.
IAF Helps Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश अपने साथ आफत लेकर आई है. प्रदेश भर से डरा देने वाली तस्वीर सामने आ रही है. बीते दिनों में बारिश की वजह से हालत अब भी गंभीर बने हुए हैं. प्रदेश में बारिश की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. जिला मंडी में तो हालात ऐसे हैं कि यहां लोगों के घर पर राशन तक खत्म हो चुका है.
यहां एयर ड्रॉप किया गया राशन
शनिवार को वायु सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से बालीचौकी और थुनाग उपमंडलों के करथाच, कशोर, ओडधार और भाटकीधार क्षेत्रों के निवासियों तक राशन, दवाएं और अन्य आवश्यक सामग्री पहुंचाई गई. इस इलाके की आसपास की सड़क भारी बारिश से हुए भूस्खलन की वजह से बंद पड़ी हुई हैं. ऐसे में लोगों को राशन की कमी हो गई है. नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर का कहना है कि उन्होंने अपने जीवन में पहली बार ऐसी स्थिति देखी. अपने लंबे जीवन और 26 साल के विधाई अनुभव में उन्होंने कभी ऐसा मंजर नहीं देखा है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि लोग इन दोनों परेशान चल रहे हैं. सड़कों को खोलने का काम बेहद धीमी गति से चल रहा है. 100 किलोमीटर की सड़क पर एक जेसीबी लगाकर ही सड़क बहाली का काम चल रहा है, जबकि यह काम युद्ध स्तर पर होना चाहिए. पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्हें इस बारे में रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात करनी पड़ी. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क बंद होने की वजह से सेब सीजन भी प्रभावित हो रहा है.
क्या कर रही है राज्य सरकार?
हिमाचल प्रदेश को भारी बारिश की वजह से अब तक आठ हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. बकौल मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्कू यह नुकसान 12 हजार करोड़ रुपए पर होने का अनुमान है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि वह खुद ग्राउंड जीरो पर जाकर लोगों की समस्या जान रहे हैं. प्रशासन को हर स्तर पर लोगों की समस्याएं सुलझाने के लिए कहा गया है. सरकार युद्ध स्तर पर कम कर प्रभावितों को राहत पहुंचाने का काम कर रही है.