Manohar Lal Khattar helps Himachal: कहते हैं कि जब भी विपदा आती है, तो सबसे पहले पड़ोसी ही काम आता है. संकट से उबारने में अपनों से पहले भी पड़ोसी ही मदद का हाथ बढ़ाते हैं और संकट से उबार देते हैं. अब हिमाचल प्रदेश के पड़ोसी राज्य हरियाणा ने भी मदद का हाथ बढ़ाया है. आपदा के वक्त भारी तबाही से उबर रहे हिमाचल प्रदेश को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पांच करोड़ रुपए के आर्थिक सहयोग की घोषणा की है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर यह सहायता राशि मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करेंगे. इससे हिमाचल प्रदेश में प्रभावित लोगों की मदद की जा सकेगी.


CM खट्टर ने ट्वीट कर दी जानकारी


हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ट्विटर पर यह जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा- आपदा बता कर नहीं आती. दुःख की इस घड़ी में जिसकी जो भी मदद हम कर सकते हैं जरूर करेंगे. बाढ़ से प्रभावित हम भी हैं और हिमाचल भी. हिमाचल प्रदेश में हुए जान माल के नुकसान को देखते हुए मैं हरियाणा की ओर से पांच करोड़ रुपए की राशि हिमाचल CM रिलीफ फंड में सहायता के रूप में देता हूं.'



पूर्व CM जयराम ठाकुर ने जताया आभार


हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मदद के लिए उनका आभार व्यक्त किया. जयराम ठाकुर ने ट्विटर पर आभार व्यक्त करते हुए लिखा- 'समस्त प्रदेशवासियों की ओर से आपका हार्दिक आभार मनोहर लाल जी. आपका यह सेवाभाव अनुकरणीय है. आपने एक पड़ोसी की भूमिका को शानदार तरीके से निभाया है, देवभूमि हिमाचल का हर व्यक्ति हमेशा इसे याद रखेगा.






हिमाचल को हुआ है बाहरी नुकसान


बीते दिनों हुई बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश को भारी नुकसान हुआ है. प्रदेश सरकार के पास अब तक चार हजार करोड़ रुपए के नुकसान का ब्यौरा पहुंच चुका है. बकौल मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के नुकसान का आंकड़ा आठ हजार करोड़ रुपए के पार जा सकता है. इस बीच केंद्रीय टीम भी हिमाचल प्रदेश में नुकसान का जायजा लेने पहुंची है. हिमाचल प्रदेश को केंद्र से मिलने वाली संभावित अंतरिम राशि का भी इंतजार है. हिमाचल प्रदेश पहले ही 75 हजार करोड़ रुपए के कर्ज है. ऐसे में आपदा से हुए नुकसान से प्रदेश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतरती हुई नजर आ रही है. केंद्रीय वित्त पोषण पर आगे बढ़ने वाले पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश को केंद्र से मदद की भरपूर उम्मीद और दरकार है.