Manish Sisodia Bail: अब बीजेपी नेता भी पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के प्रति सहानुभूति दिखाने लगे हैं. हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने मनीष सिसोदिया की जमानत पर बीजेपी से अलग लाइन पकड़ी है. उन्होंने मनीष सिसोदिया के जेल से बाहर आने पर खुशी जताई. बता दें कि 26 फरवरी 2023 को गिरफ्तार हुए मनीष सिसोदिया 530 दिन बाद सुप्रीम कोर्ट से जमानत लेकर 9 अगस्त को बाहर आए.


मनीष सिसोदिया का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में समर्थकों का हुजूम तिहाड़ जेल पहुंच गया. आप नेताओं ने मनीष सिसोदिया की जमानत को सच्चाई की जीत बताया. अब बीजेपी नेता भी पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के प्रति सहानुभूति दिखाने लगे हैं. सहानुभूति हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रहे शांता कुमार ने दिखाई है. शांता कुमार अक्सर बीजेपी के स्टैंड से अलग चलते हैं.


उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "उनकी इस बात से पाठकों को हैरानी हो सकती है और कुछ मित्र नाराज भी होंगे, लेकिन अपनी बात खुलकर कहना चाहते हैं." शांता कुमार ने कहा कि पूरा विश्वास है कि आम आदमी पार्टी की सरकार में शामिल नेता व्यक्तिगत रूप से भ्रष्ट नहीं हैं. आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार के विरुद्ध ऐतिहासिक आंदोलन से निकली है.


चुनाव में जीत हासिल करने के बाद आप ने ईमानदारी से काम किया. उसी का परिणाम है कि दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी की दूसरी बार भी सरकार बनाई.


AAP ने अच्छे काम से जीत हासिल की-शांता कुमार 


पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा कि दिल्ली की सत्ता पर बीजेपी की नाक के नीचे आम आदमी पार्टी दूसरी बार काबिज होने में कामायब रही. कामयाबी अच्छा काम करने की वजह से मिली. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के मतदाताओं का दिल जीत लिया. शांता कुमार ने देश में काले धन से चुनाव लड़ने पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि हर चुनाव के लिए पार्टी धन इकट्ठा करती है.


पूरे देश की पार्टी बनने के लिए यही काम आम आदमी पार्टी ने भी शुरू किया, लेकिन चुनाव में धन इकट्ठा करने का अनुभव नहीं था. अन्य पार्टियां धन इकट्ठा करने के बाद कानूनी शिकंजे में कभी नहीं आतीं. आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार का कम अनुभव की वजह से पकड़ में आ गई.


चुनाव में काले धन के प्रयोग को बताया दुर्भाग्यपूर्ण


शांता कुमार ने स्पष्ट किया कि काले धन का समर्थन नहीं करते हैं. उन्होंने कहा, "सभी पार्टियों के नेता गंभीरता से लोकतंत्र की सच्चाई पर विचार करें. सभी पार्टियां काले धन का इस्तेमाल कर चुनाव लड़ती हैं. नेता चुनाव आयोग के सामने खर्च का झूठा हिसाब देते हैं. काले धन और झूठ की सांठगांठ से लोकतंत्र में आम आदमी का भला नहीं किया जा सकता.


यही वजह है कि आज भारत में विश्व के सबसे अधिक भूखे और गरीब लोग रहते हैं. भारत में एक तरफ अमीरी चमकती है और दूसरी तरफ गरीबी सिसकती है." पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट का हवाला दिया. रिपोर्ट के मुताबिक आज भी भारत में करीब 15 करोड़ लोग रात को भूखे सोते हैं. शांता कुमार के बयान ने बीजेपी की परेशानी बढ़ा दी है. उन्होंने सार्वजनिक रूप से मनीष सिसोदिया के प्रति संवेदना प्रकट की.


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