Himachal: 21 महीने बाद पूर्व MLA राकेश वर्मा की पत्नी इंदु वर्मा की घर वापसी, कहा- 'कांग्रेस में जाकर गलती की'
Indu Verma Joins BJP: इंदु वर्मा ने फिर बीजेपी का दामन थाम लिया है. साल 2022 में टिकट न मिलने से नाराज इंदु वर्मा ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी. बाद में उन्हें कांग्रेस से भी टिकट नहीं मिली.
Loksabha Elections 2024: हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में लोकसभा के चुनाव होने हैं. इससे पहले भारतीय जनता पार्टी लगातार अपने परिवार को बड़ा करने में लगी हुई है. साल 2022 में बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुई इंदु वर्मा एक बार फिर बीजेपी में आ गई हैं. इंदु वर्मा पूर्व विधायक राकेश वर्मा की धर्मपत्नी हैं.
दिवंगत राकेश वर्मा की धर्मपत्नी इंदु वर्मा साल 2022 के विधानसभा चुनाव में ठियोग विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी का टिकट चाहती थी, लेकिन ऐसा न हो पाने की आशंका के बीच उन्होंने 22 जुलाई 2022 को बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया. हालांकि बाद में कांग्रेस पार्टी ने भी उन्हें अपना प्रत्याशी नहीं बनाया.
इसके बाद इंदु वर्मा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरी और उन्हें करीब 20 फ़ीसदी वोट पड़े. इंदु वर्मा के चुनाव लड़ने की वजह से बीजेपी प्रत्याशी अजय श्याम को भी हार का सामना करना पड़ा.
पूर्व विधायक राकेश वर्मा की धर्मपत्नी इंदु वर्मा की घर वापसी
मंगलवार को शिमला स्थित भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय दीपकमल में बीजेपी में शामिल होने के बाद हिंदू गोस्वामी ने इंदु वर्मा ने कहा कि साल 2022 में एक हवा का झोंका आया था और इसकी वजह से उनसे गलती हो गई थी. उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों से प्रभावित रही हैं और अब वह पूरी निष्ठा के साथ पार्टी के लिए काम करेंगी.
उन्होंने कहा कि वह बिना किसी महत्वकांक्षा के पार्टी में वापस आई हैं. दोबारा कभी पार्टी छोड़ने के सवाल को लेकर उन्होंने कहा कि वह कभी ऐसी गलती नहीं करेंगे. गलती जीवन में एक ही बार होती है.
बिंदल ने इंदु वर्मा की वापसी पर क्या कहा?
वहीं, भारतीय जनता पार्टी के हिमाचल इकाई के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि इंदु वर्मा के पार्टी में आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी. उन्होंने कहा कि वह सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी में शामिल हुई हैं. कई अन्य कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी बीजेपी का दामन थामा है.
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार वेंटिलेटर पर है. कुल 43 में से अब कांग्रेस के पास सिर्फ 34 विधायक रह गए हैं. बावजूद इसके कांग्रेस पूछ रही है कि उन्हें वेंटिलेटर वाली सरकार क्यों कहा जा रहा है. डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में चारों सीट पर जीत हासिल करेगी. उन्होंने एनडीए के 400 पार का दावा भी दोहराया है.
बीजेपी की हार का कारण बनी थीं इंदु वर्मा
बता दें कि साल 2022 के विधानसभा चुनाव में इंदु वर्मा के आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने की वजह से बीजेपी प्रत्याशी अजय श्याम की हार हो गई थी. कांग्रेस पार्टी के कुलदीप सिंह राठौर 19 हजार 447 मतों के साथ जीत गए थे. भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अजय श्याम को 14 हजार 178, जबकि आजाद प्रत्याशी इंदु वर्मा को 13 हजार 848 वोट पड़े थे. वोट का डिवीजन होने की वजह से बीजेपी प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा था. कुलदीप सिंह राठौर को कुल मतों का 29.47 फीसदी, अजय श्याम को 21.49 फीसदी और इंदु वर्मा को 20.99 फीसदी वोट मिले थे.
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