HMPV को लेकर हिमाचल सरकार सतर्क! लोगों से न घबराने की अपील, लक्षण दिखने पर अस्पताल आने की सलाह
HMPV Update: ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस की चर्चाओं के बीच भारत सरकार और हिमाचल प्रदेश सरकार ने इसे गंभीर नहीं मानते हुए सामान्य वायरस बताया है. यह मुख्य रूप से बच्चों को प्रभावित करता है.
Himachal Pradesh News: ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा भी इस संबंध में अपनी बात रख चुके हैं. भारत सरकार की ओर से वायरस से लोगों को न घबराने के लिए कहा गया है. हिमाचल प्रदेश सरकार भी इस संबंध में सतर्क नजर आ रही है. शिमला स्थित राज्य सचिवालय में मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने महत्वपूर्ण बैठक ली.
स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि एचपीएमवी ‘वायरस ऑफ कंसर्न’ नहीं है. इसे एक सामान्य वायरस की तरह ही देखा जाना चाहिए. इससे आसानी से बचाव किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय समेत प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग HPMV पर लगातार नजर बनाए हुए है.
बच्चे इस वायरस से होते हैं प्रभावित
देश भर में अब तक इन्फलुएंजा जैसी बीमारी और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी के मामले सामान्य स्तर पर हैं. हिमाचल में भी ऐसे मामलों में किसी प्रकार की असामान्य वृद्धि दर्ज नहीं हुई है. यह कोई नया वायरस नहीं है. साल 2001 से भारत समेत अन्य देशों में प्रचलन में है. हर साल इस वायरस से वयस्क और बच्चे इस वायरस से प्रभावित होते हैं.
क्या है वायरस के लक्षण?
इस वायरस के आम लक्षण खांसी, बुखार और नाक बंद होना है. यह संक्रमण खांसने, छींकने, छूने या हाथ मिलाने से फैलता है. अगर किसी को भी खांसी या बुखार के लक्षण नजर में आए, तो वह नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाए. ऐसे व्यक्ति को अपनी जांच करवानी चाहिए और किसी के साथ संपर्क में आने से बचना चाहिए. इस दौरान मास्क लगाने के साथ समय-समय पर हाथों को साबुन से धोने, खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को ढकने और बीमार होने की स्थिति में घर पर आराम करने जैसे उपायों को अपनाकर संक्रमण से बचा जा सकता है.
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