Himachal News: सुक्खू सरकार का फैसला, कोविड प्रोटोकॉल तोड़ने पर दर्ज हुए केस होंगे वापस
Shimla News: सरकार ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि अपने प्रियजनों को बचाने के लिए लोगों को मजबूरन अपने घर से बाहर निकलना पड़ा. प्रतिबंधों का उल्लंघन करने के अलावा कुछ और विकल्प नहीं था.
Himachal News: हिमाचल वासियों के लिए बैक-टू-बैक खुशखबरी आ रही है. 31 जनवरी को खबर आई थी कि हिमाचल कोरोना (Corona) से पूरी तरह मुक्त हो चुका है. प्रदेश में कोरोना के मामलों की संख्या शून्य पहुंच गई है. अब दूसरी अच्छी खबर ये है कि राज्य सरकार ने लॉकडाउन के दौरान कोविड-19 (Covid-19) प्रोटोकॉल तोड़ने वाले लोगों के ऊपर दर्ज किए गए केसों को वापस लेने का फैसला किया है. गुरुवार को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (sukhwinder singh sukhu) ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल तोड़ने को लेकिन जिन लोगों पर केस दर्ज किए गए थे उन्हें वापस लिया जाएगा.
'लोगों को अपनों को बचाने के लिए बाहर निकला पड़ा'
सीएम ने कहा कि महामारी के दौरान अभूतपूर्व स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान लोगों को अपने प्रियजनों के अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए अपने घरों से बाहर कदम रखने के लिए मजबूर होना पड़ा और नियम कानूनों को ताक पर रखना पड़ा. राज्य सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि जब पूरा विश्व लॉकडाउन के समय संकट की स्थित से गुजर रहा था तब लोगों को अपनी और अपनों की जिंदगी बचाने के लिए और गुजारा करने के लिए दवाई और अन्य आवश्यक चीजें जुटाने के लिए घर से बाहर निकला पड़ा.
'प्रतिबंधों का उल्लंघन करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था'
बयान में कहा गया है कि कुछ लोग इस उम्मीद से दर-दर भटक रहे थे कि उनके प्रियजन महामारी से बच सकें. विज्ञप्ति में कहा गया है कि उनमें से कुछ बेघर थे और सड़कों पर रात बिता रहे थे और उनके पास लगाए गए प्रतिबंधों का उल्लंघन करने के अलावा कुछ और विकल्प नहीं था. बता दें कि कोरोना महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक हिमाचल में 4 हजार 192 लोग अपनी जान गवां चुके हैं. राज्य में कुल 3 लाख 12 हजार 704 मरीज कोरोना की चपेट में आए.
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