10th International Film Festival Shimla: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 10वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का रविवार को समापन हो गया. फिल्म फेस्टिवल के समापन समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने की. 16 अगस्त से शुरू हुए फिल्म फेस्टिवल में 27 देशों और 22 राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाली 105 फिल्में दिखाई गई. महोत्सव का आयोजन भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भाषा एवं संस्कृति विभाग, हिमाचल प्रदेश सरकार और हिमालयन वेलोसिटी ने संयुक्त रूप से किया.


फिल्म फेस्टिवल के डायरेक्टर पुष्प राज ठाकुर ने बताया कि 10वें आईएफएफएस संस्करण में 60 फ्रीलांस डायरेक्टर की फिल्में भी दिखाई गई. उन्होंने कहा कि फिल्म फेस्टिवल का उद्देश्य विश्व सिनेमा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना और दुनिया भर के फिल्म निर्माताओं और फिल्म प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना था.


'ऑन माई वे' बनी सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म


अंतर्राष्ट्रीय श्रेणी की सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार थियरी ओबादिया के निर्देशन में बनी 'ऑन माई वे' को मिला. आईएफएफएस- 2024 पुरस्कार समारोह में 'द पैशन ऑफ महमूद' ने सर्वश्रेष्ठ लंबी डॉक्यूमेंट्री का पुरस्कार जीता. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने फिल्म महोत्सव में अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और अन्य श्रेणियों के फिल्मकारों को भी सम्मानित किया.


समापन समारोह में राज्यपाल का संबोधन 


समापन समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि फिल्म जगत में बॉम्बे थिएटर का बड़ा नाम है. बॉम्बे थिएटर के ज्यादातर कलाकार गेयटी थिएटर से निकले हैं. राज्यपाल ने कहा कि सिनेमा समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए सशक्त माध्यम है. उन्होंने कहा कि शिमला प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है. उन्होंने शिमला की पहचान सिनेमा के लिए होने पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि सिनेमा दुनिया के लोगों को जोड़ता है. सिनेमा एक दूसरे की संस्कृति, भाषा और जीवनशैली से परिचित कराता है.


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