Himachal Pradesh News: विश्व भर में आज बेहद उल्लास के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. शिमला में भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रदेश सरकार की ओर से राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. यह आयोजन आयुष विभाग की ओर से किया गया.


इस राज्यस्तरीय कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल से प्रताप शुक्ल बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने के लिए पहुंचे थे. हैरानी की बात यह रही कि इस कार्यक्रम में राज्यपाल के मुख्य अतिथि होने के बावजूद खुद आयुष मंत्री यादविंदर गोमा, शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान और शिमला शहर के विधायक हरीश जनारथा मौजूद नहीं थे. इस पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने नाराजगी जाहिर की है.


राज्यपाल ने जाहिर की नाराजगी


हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा- 'सवेरे में कुछ कह नहीं सकता था, लेकिन जिस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए गए. उसमें मुझे यह कहने में हिचक नहीं है कि इस तरह के कार्यक्रम को आज 138-140 देश अपनाकर कार्यक्रम कर रहे हैं और प्रदेश सरकार की उदासीनता निश्चित रूप से असहनीय है. उसको सहन नहीं किया जा सकता है.






हर चीज को राजनीति से नहीं तोलना चाहिए, जो प्रदेश सरकार ने किया है. मैं इससे आगे कुछ नहीं कहना चाहता'. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल शाम के वक्त राष्ट्रीय पुस्तक मेला शिमला का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे हुए थे.


राज्य सरकार के रवैये से नाराज राज्यपाल


बता दें कि हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के रिज मैदान पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. यह आयोजन आयुष विभाग की ओर से किया गया था. बावजूद इसके आयुष मंत्री इस कार्यक्रम में मौजूद नहीं रहे. आयुष मंत्री यादविंदर गोमा जिला कांगड़ा के पपरोला में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम हिस्सा लिया. शिमला के मेयर और स्थानीय विधायक भी कार्यक्रम में नहीं आए. इसी वजह से राज्यपाल ने खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की है.


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