Himachal News: 'बच्चों का मोबाइल फोन पर ज्यादा वक्त बिताना चिंता का विषय', राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने अभिभावकों को चेताया
Sirmaur News: हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि हमें बच्चों पर अनावश्यक दबाव नहीं डालना चाहिए. राज्यपाल ने बच्चों में टेलीविजन और मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल पर चिंता व्यक्त की.
Governor Shiv Pratap Shukla In Sirmaur: हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल सिरमौर जिले के पांवटा साहिब के एक स्कूल में वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. यहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात भी सुनी. इस दौरान उन्होंने बच्चों और उनके अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने बच्चों की योग्यता और रुचि को ध्यान में रखते हुए उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के अवसर देना चाहिए.
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि हमें बच्चों पर अनावश्यक दबाव नहीं डालना चाहिए. राज्यपाल ने बच्चों में टेलीविजन और मोबाइल फोन के ज्यादा इस्तेमाल पर चिंता व्यक्त की और माता-पिता से अपने बच्चों के साथ अधिक समय व्यतीत करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि हमें प्रतिस्पर्धा की दौड़ में अपने बच्चों को नहीं खोना चाहिए.
राज्यपाल ने 22 जनवरी के दिन को बताया ऐतिहासिक
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि इन ऐतिहासिक क्षणों का साक्षी बनने के लिए यह उत्सव न केवल भारत, बल्कि दुनिया के कई देशों में आयोजित किया गया. उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति से उसी दृश्य को जीवंत कर दिया है. उन्होंने कहा कि जो विद्यालय चरित्र निर्माण के मामले में पिछड़ जाता है, वह धीरे-धीरे अपनी पहचान खो देता है.
हमें नौकरी देना वाला बनना है- राज्यपाल शिव प्रताप
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि हाल ही में पद्म पुरस्कार भी उन लोगों को देने की घोषणा की है, जो पेड़ों की रक्षा और लोगों की सेवा के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि नौकरियां सीमित हैं और प्रतिस्पर्धा अधिक है, इसलिए यह सोचने की जरूरत है कि हम नौकरी मांगने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले कैसे बनें? राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल को देवभूमि के नाम से जाना जाता है और देवभूमि में चल रहा नशे का कारोबार चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि अकेले पुलिस प्रशासन नशे को समाप्त नहीं कर सकता. इसके लिए हम सभी को जागरूक होने की जरूरत है.
ये भी पढ़ें: HPAS Transfer: लोकसभा चुनाव से पहले हिमाचल प्रदेश में अधिकारियों का तबादला, 42 HPAS ऑफिसर्स का ट्रांसफर