Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल महाकुंभ में जाकर स्नान करेंगे. उनकी 19-20 जनवरी को महाकुंभ में जाने की भी योजना है. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल शिमला से दिल्ली जाएंगे और फिर उनकी दिल्ली से उत्तर प्रदेश जाने की योजना है. इससे पहले 18 जनवरी को राज्यपाल अयोध्या में रामलला के भी दर्शन करेंगे. बता दें कि संगमनगरी प्रयागराज में इस बार महाकुंभ लग रहा है. महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा. इसमें देश-विदेश के 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है.
राज्यपाल को मिला है विशेष निमंत्रण
उत्तर प्रदेश सरकार के दो कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह और राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरिश चंद्र यादव ने विशेष तौर पर हिमाचल आए थे. दोनों मंत्रियों ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को महाकुंभ में आने का आमंत्रण दिया था. एक और खास बात यह है कि महाकुंभ का स्थान तय करने में ग्रहों की दशा का महत्वपूर्ण योगदान होता है. इसमें सूर्य, चंद्रमा और बृहस्पति ग्रहों की स्थिति महत्वपूर्ण होती है. जब सूर्य और चंद्रमा मकर राशि में होते हैं और बृहस्पति वृषभ राशि में होता है, तब कुंभ मेला प्रयागराज में होता है.
महाकुंभ में जाना सौभाग्य की बात- शुक्ल
शिमला स्थित राजभवन में मीडिया के साथ अनौपचारिक बातचीत के दौरान राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने एक खूबसूरत किस्सा भी साझा किया. राज्यपाल ने कहा कि एक बार किसी से पूछा गया कि ज्यादा पवित्र जल किसका है. यमुना नदी का या गंगा नदी का. इस पर जवाब मिला कि ज्यादा पवित्र जल यमुना नदी का है. इस पर प्रश्न पूछने वाले व्यक्ति ने अचंभा जाहिर करते हुए वजह पूछी. वजह पूछने पर जवाब मिला कि गंगा का जल तो जल नहीं है, बल्कि अमृत है. ऐसे में गंगा में प्रवाहित हो रहा जल अमृत समान है और यहां जाकर महाकुंभ में हिस्सा लेना ऐतिहासिक होगा. इसके लिए राज्यपाल खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं.
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