Shagun For Tansgenders: हिमाचल प्रदेश की एक ग्राम पंचायत ने किन्नरों के मामले में एक अहम फैसला सुनाया है. किन्नरों द्वारा शगुन के नाम पर की जाने वाली वसूली की शिकायत को लेकर उनके लिए राशि निर्धारित कर दी गई है. यह मामला हमीरपुर जिले का है. हमीरपुर की दडूही पंचायत प्रधान ऊषा बिरला ने मंगलवार को बताया कि ग्राम सभा में यह निर्णय लिया गया है. इसका पालन करना होगा.


ऊषा बिरला ने बताया कि बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि ग्राम पंचायत की इजाजत के बिना किसी भी फेरीवाले को गांव में आने की अनुमति नहीं होगी. यह निर्णय लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया है.


किन्नरों की शगुन राशि निर्धारित


उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान कई ग्रामीणों ने पंचायत सदस्यों से शिकायत की कि किन्नर शगुन राशि के नाम पर जबरन वसूली कर रहे हैं और अगर कोई उनकी मुंहमांगी राशि देने में असमर्थ रहता है तो उसे प्रताड़ित करते हैं. प्रधान ने कहा कि शिकायतें सुनने के बाद ग्राम पंचायत ने शादी और बच्चो के जन्म होने के मौकों पर किन्नरों की शगुन राशि निर्धारित कर दी है.


ऊषा बिरला ने बताया कि निर्धारित शगुन राशि स्वीकार नहीं करने पर किन्नरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. प्रधान ने आगाह किया कि अगर कोई मादक पदार्थ की तस्करी/सेवन या जुआ खेलते पाया जाता है तो पुलिस के साथ मिलकर पंचायत उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी.


दडूही पंचायत हमीरपुर-धर्मशाला राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है. स्थानीय लोगों के अनुसार, जंगलों से घिरा होने और हमीरपुर शहर से नजदीक होने के कारण इस गांव में नशे की आम शिकायत है.


बता दें कि यहां शिकायत मिली कि किन्नरों द्वारा लोगों को शगुुन के नाम पर परेशान किया जा रहा है. शिकायत पर कार्रवाई करते हुए ग्राम पंचायत की ओर से इनकी शगुन की राशि तय कर दी गई. 


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