हिमाचल उपचुनाव में मिली जीत तो मां चिंतपूर्णी के दर्शन करने पैदल यात्रा पर निकले कांग्रेस MLA विवेक शर्मा
Himachal By-Election Result 2024: हिमाचल की कुटलैहड़ विधानसभा सहित 6 सीटों पर उपचुनाव हुए थे. कुटलैहड़ से कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने वाले देवेंद्र भुट्टो को हार का सामना करना पड़ा है.
Himachal Pradesh By-Election Result 2024: हिमाचल प्रदेश के कुटलैहड़ विधानसभा उपचुनाव में निर्वाचित विधायक विवेक शर्मा परिवार और पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ माता चिंतपूर्णी की पैदल यात्रा पर निकले पड़े हैं. वो माता के दरबार में पहुंचकर आभार जताएंगे. अपनी जीत को लेकर उन्होंने कहा कि लोगों ने धनबल की बजाए जनबल पर विश्वास जताया है.
विवेक शर्मा ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र का विकास ही उनका एकमात्र लक्ष्य है. माता चिंतपूर्णी के दरबार की पैदल यात्रा पर जाने के क्रम में जगह-जगह कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विवेक शर्मा का स्वागत किया. इस दौरान विवेक शर्मा ने कहा कि उन्होंने माता के दरबार में मन्नत मांगी थी कि उपचुनाव में उन्हें पार्टी का टिकट और जीत मिले. मन्नत पूरी होने के बाद वह अब अपने परिवार और कांग्रेस परिवार के साथ माता के दरबार में आशीर्वाद लेने जा रहे हैं.
विवेक शर्मा ने बीजेपी प्रत्याशी को दी मात
उन्होंने कहा कि विधानसभा उपचुनाव में लोगों ने धनबल के खिलाफ मतदान करते हुए जनबल पर विश्वास व्यक्त किया है. यही विश्वास क्षेत्र के विकास में अब उनकी ताकत बनेगा. कुटलैहड़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी विवेक शर्मा ने बीजेपी प्रत्याशी देवेंद्र कुमार भुट्टो को मात दी है. उपचुनाव में विवेक शर्मा को 36 हजार 853 वोट मिले. दूसरी तरफ बीजेपी प्रत्याशी देवेंद्र कुमार भुट्टो को 31 हजार 497 मत मिले.
बीजेपी प्रत्याशी ने दी बधाई
विवेक शर्मा को प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू का करीबी माना जाता है. बीजेपी प्रत्याशी देवेंद्र कुमार भुट्टो ने उपचुनाव में मिली हार को स्वीकार करते हुए क्षेत्रवासियों का आभार व्यक्त किया और नए विधायक विवेक शर्मा को बधाई दी. देवेंद्र कुमार भुट्टो ने कहा कि हार पर मंथन किया जाएगा, कहां कमी रह गई, इस पर मंथन किया जाएगा.
कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे देवेंद्र भुट्टो
बता दें, 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में देवेंद्र कुमार भुट्टो ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव में जीत दर्ज की थी. इस दौरान उन्होंने बीजेपी के पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर को चुनाव हराया था. इसके बाद हिमाचल की राजनीति में महज 14 महीने बाद मचे सियासी बवाल के दौरान वह कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए. इसके बाद इस उपचुनाव में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
ये भी पढ़ें: कंगना रनौत को थप्पड़ मारने का मामला, विक्रमादित्य सिंह बोले- 'इस तरीके की कोई भी घटना...'