Monsoon in Himachal: हिमाचल प्रदेश में मानसून का आगाज भारी तबाही के साथ हुआ है. मॉनसून ने प्रदेश भर में कहर बरपा कर रखा है. भारी बारिश की वजह से प्रदेश भर में आम जनजीवन अस्त व्यस्त हुआ है. प्रदेश के कई हिस्सों में भारी तबाही हुई है. हिमाचल प्रदेश में 24 जून से लेकर दो दिनों के अंदर ही प्रदेश सरकार को करीब 104 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. आने वाले दिनों में यह नुकसान और अधिक बढ़ने की संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की मानें, तो आने वाले 5 दिन तक मौसम इसी तरह खराब बना रहेगा.


104 करोड़ रुपए का अनुमानित नुकसान


हिमाचल प्रदेश राजस्व विभाग के प्रधान सचिव ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 24 जून से मानसून शुरू हो गया है. जहां ज्यादा बारिश हुई, वहां बहुत नुकसान हुआ है. मंडी और कुल्लू ज़िले के आसपास बहुत बारिश हुई है. हमारा अनुमानित नुकसान 104 करोड़ रुपये है. मानसून की शुरुआत के बाद अब तक नौ लोगों की मृत्यु हो चुकी है. 14 लोग घायल हैं और 322 पशुधन का नुकसान हुआ है. सरकार के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक मंडी, शिमला और सोलन में दो-दो, चंबा, हमीरपुर और कुल्लू में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है. इसके अलावा बाढ़ में बहने और सड़क हादसों में खाई में गिरने से दो और भूस्खलन की चपेट में आने से एक व्यक्ति की जान गई है.



प्रदेश में 301 सड़क बंद होने की जानकारी


प्रदेश भर में हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से 4 नेशनल हाईवे के साथ 301 सड़कें अवरुद्ध हैं. लोक निर्माण विभाग में मंडी जोन में 97, शिमला जोन में 71, हमीरपुर जोन में 65 और कांगड़ा जोन में 64 सड़कें बंद हैं. इसके अलावा नेशनल हाईवे अथॉरिटी के शिमला और शाहपुर में दो-दो नेशनल हाईवे नुकसान की वजह से बंद पड़े हुए हैं. मानसून में हो रही बारिश की वजह से राज्य में 842 पेयजल उसकी में भी बंद है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक, बीते 24 घंटे में धर्मशाला में सबसे ज्यादा 106 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.


आने वाले पांच दिन तक खराब रहेगा मौसम


प्रदेशभर में हो रही लगातार बारिश की वजह से नदी-नालों का जलस्तर बढ़ा हुआ है. हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ स्थानीय प्रशासन ने लोगों से एतिहात बरतने की अपील की है. हिमाचल प्रदेश आने वाले पर्यटकों के लिए भी विशेष एडवाइजरी जारी की जा चुकी है. मध्यवर्ती क्षेत्रों में अगले चार दिन तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने लोगों से नदी और नालों से दूर रहने की अपील की है. भारी बारिश की वजह से प्रदेश के संवेदनशील इलाकों में लैंडस्लाइड की भी संभावना है.