Himalayan Regiment Demand: देश में एक बार फिर हिमालयन रेजिमेंट बनाने की मांग उठी है. इस बार यह मांग किसी और ने नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश सरकार में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने उठाई है. यह पहली बार नहीं है, जब हिमालयन रेजिमेंट बनाने की मांग उठी हो. इससे पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल भी यह मांग उठा चुके हैं.


हिमालयन रेजिमेंट में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर के जवानों को शामिल करने का प्रस्ताव है. हालांकि यहां देश के रक्षा मंत्रालय को ही तय करना है कि राज्य के आधार पर किसी नई रेजिमेंट का गठन किया जाना चाहिए. उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने यह मांग शिमला में जिलास्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान उठाई है.


देवभूमि के साथ वीरभूमि भी है हिमाचल


उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश देवभूमि के साथ वीरभूमि भी है. प्रदेश के वीर जवान अपने अदम्य साहस और पराक्रम के लिए देश भर में जाने जाते हैं. देश में पहला परमवीर चक्र राज्य के वीर सपूत मेजर सोमनाथ शर्मा ने हासिल किया था. कैप्टन धन सिंह थापा, कैप्टन विक्रम बत्रा और सूबेदार मेजर संजय कुमार ने अद्भुत पराक्रम दिखाकर परमवीर चक्र की श्रेणी में नाम दर्ज किया था. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के हर नागरिक में देश प्रेम भरा हुआ है.


अब तक प्रदेश के 18 जवान बलिदान


इस साल भी अब तक प्रदेश के 18 जवान बलिदान हो चुके हैं. सूबेदार राजेश कुमार, सूबेदार नबांग टकपा, सुबेदार हरीश कुमार, हवलदार कुलविंदर सिंह, हवलदार कुलदीप कुमार, हवलदार सुरेश कुमार, हवलदार श्याम राणा, नायक कर्ण जीत सिंह, नायक विजय कुमार, नायक दिलवर खान, लांस नायक जसवीर सिंह, लांस नायक तनजीन थीले, लांस नायक प्रवीन शर्मा, सिपाही प्रकाश चन्द, गनर रोहित, सिपाही हैप्पी, सिपाही मनीष कुमार और अग्निवीर कार्तिक चंबयाल मातृभूमि की रक्षा करते बलिदान हो चुके हैं.


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